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बढ़ते अपराध से परेशान पटना पुलिस, जेलों में बंद कैदियों पर लगाम कसने की शुरू हुई तैयारी

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सिटी पोस्ट लाइव( सोमनाथ ) : बिहार की जेलों से अपराधी मोबाइल के जरिये बाहर के अपने अपराधिक नेटवर्क का संचालन कर रहे हैं. स्वतंत्रता दिवस के तीन दिन पहले जेलों में एकसाथ की गई छापेमारी के दौरान जिस तरह से जेलों से भारी संख्या में मोबाइल और शराब गांजा वरामद हुआ, उससे साफ़ हो गया कि अपराधी जेलों में सजा नहीं मजा लूट रहे हैं. अब सरकार पटना के बेउर जेल समेत बिहार के आधे दर्जन से ज्यादा जेलों के खूंखार कैदियों को इधरसे उधर कर उनके जेलों में स्थापित राज को ख़त्म करने की तैयारी कर रही है.

बेउर समेत पटना जिले के छह जेलों में बंद खतरनाक अपराधियों और  हार्डकोर नक्सलियों को एक जेल से दूसरे जेल में भेंजने का आदेश हो गया है. सेंट्रल रेंज के डीआईजी राजेश कुमार ने बेउर, फुलवारीशरीफ, बाढ़, मसौढ़ी, दानापुर व पटना सिटी जेलों में बंद इन कुख्यातों की सूची 8 अगस्त तक सौंपने का आदेश एएसपी ऑपरेशन अनिल कुमार सिंह को दिया था.शनिवार को एएसपी ऑपरेशन अनिल कुमार सिंह ने यह लिस्ट सौंप दी है. इस लिस्ट में  50 खतरनाक अपराधियों और नक्सलियों का नाम है. अब इन्हें  भागलपुर, बक्सर, पूर्णिया, मुजफ्फरपुर व राज्य के अन्य जेलों में शिफ्ट कर दिया जाएगा.

गौरतलब है कि राजधानी की जेलों में बंद अपराधी जेल के अन्दर से ही मोबाइल के जरिये अपने गैंग को ऑपरेट कर रहे हैं. जेल से हत्या के फरमान जारी कर रहे हैं, रंगदारी मांग रहे हैं. दूसरे जेल में शिफ्ट होने वालों को पेशी के लिए पटना आने की जरूरत नहीं होगी. अब वीडियो कान्फ्रेंसिंग से उनकी कोर्ट में पेशी होगी. ईन 50  अपराधियों की सूचि में पहले नंबर पर कुख्यात अपराधी बिन्दू सिंह है. अजय कानू, रीत लाल यादव, दुर्गेश शर्मा, पंकज शर्मा, सोनू सिंह, सिकंदर राय, अमित कुमार, विक्की मोबाइल, बबलू गोप मुख्य हैं.गौरतलब है कि इनके ऊपर लगातार जेल से रंगदारी मांगने और हत्या की धमकी दिए जाने की शिकायतें मिल रही थीं. ये मोबाइल के जरिये तो काम करते ही थे साथ ही बड़ी आसानी से अपने गैंग के लोगों से मिल लेते थे. मुलाकाती बनकर बड़े बड़े अपराधिक वारदात की योजना बना लेते थे.

दूसरे जेल में शिफ्ट करने के बाद इनसे मिलनेवालों की सीसीटीवी के जरिये निगरानी की जायेगी. मुलाकात के दौरान ये क्या बात करते हैं, मिलने आने वालों का क्या आपराधिक रिकॉर्ड है, इन सारी बातों का ध्यान रखा जाएगा. गौरतलब है कि ये कोर्ट में पेशी के दौरान अपने गुर्गों से मिल लेते थे. लेकिन अब इन्हें कोर्ट ले जाने की बजाय विडियो कांफ्रेंस के जरिये कोर्ट में पेश किया जाएगा. डीआइजी के अनुसार बिंदु सिंह, रीतलाल यादव, दुर्गेश शर्मा, रंजीत चौधरी, नागा सिंह, नीरज सिंह, पंकज शर्मा, महेश गोप, सुनील राय, अजय कानू, मणि यादव, विक्की मोबाइल, अमित कुमार, श्याम बहादुर, कुंदन सिंह, विक्की सिंह, सुजीत कुमार, सिकंदर राय के अलावा गांधी मैदान और बोधगया ब्लास्ट के आतंकियों को पटना की जेल से हटा दिया जाएगा.

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