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पटना एयरपोर्ट पर हो गया प्लेन-हाईजैक, अपहर्ताओं के कब्जे से ऐसे छुड़ा लिया प्लेन

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सिटी पोस्ट लाइव : प्लीज बी अलर्ट ! पटना एअरपोर्ट पर प्लेन हाइजैक हो चूका है. यह मेसेज फ्लैश होते ही रविवार को एअरपोर्ट पर हंगामा मच गया. जब स्कॉटलैंड से पोलैंड जा रहे एयर इंडिया की फ्लाइट को अपहर्ताओं द्वारा  हाइजैक कर लेने की सूचना वायरलेस पर फ्लैश होने लगी. सूचना फ्लैश हुई कि  इस विमान में 40 यात्री सवार थे. पटना एयरपोर्ट कंट्रोल इस विमान को लैंड करने की अनुमति दे, ताकि यह सफलतापूर्वक यहां लैंड कर सके. एयरपोर्ट कंट्रोल को विमान हाइजैक का इमरजेंसी मैसेज मिलते ही तुरंत राज्य के गृह विभाग के प्रधान सचिव आमिर सुबहानी से संपर्क कर इसकी सूचना दी गई और विमान को लैंड कराने की अनुमति मांगी गई. तत्काल पटना पुलिस के साथ-साथ एटीएस व एसटीएफ के साथ ही डीजीपी कंट्रोल को भी इसकी सूचना दे दी गई.

इस दौरान एयरपोर्ट पर अपनी फ्लाइट का इंतजार कर रहे तमाम यात्रियों की सांसें अटकी रहीं. यात्रियों को डर था कि अपहर्ता किसी अनहोनी को न अंजाम न दें बैठें. विमान को सफलतापूर्वक लैंड करवा लिया गया. गृह विभाग के प्रधान सचिव, आइजी एटीएस पारसनाथ, आइजी एसटीएफ कुंदन कृष्णन, एडीजी जीएस गंगवार, डीएम, एसएसपी, एसपी सिटी के साथ ही आसपास के सभी थानों की पुलिस भी एयरपोर्ट पहुंच चुकी थी. देखते-देखते पटना एयरपोर्ट पूरी तरह पुलिस छावनी में बदल गया. विमान के लैंड होते ही कंट्रोल की ओर से अपहर्ताओं से बातचीत शुरू की गई. कंट्रोल में बैठे अधिकारियों से अपहर्ताओं ने विमान में बंधक बनाकर रखे गए यात्रियों को छोड़ने के एवज में 100000 यूएस डॉलर और पटना जेल में बंद अपने तीन साथियों की रिहाई की मांग की.

 सुरक्षा बल विमान को अपहर्ताओं से मुक्त कराने की योजना बनाकर कार्रवाई में जुट गए. कंट्रोल में बैठे अधिकारियों की पूरी कोशिश रही कि सुरक्षा बलों को कार्रवाई का मौका देने के लिए अपहर्ताओं को बातों में उलझाए रखा जाए. सीआइएसएफ और बीएमपी के कमांडोज को विमान को अपहर्ताओं के चंगुल से मुक्त कराने की जिम्मेदारी दी गई. मौके का फायदा उठाते हुए 40 मिनट के अंदर ही सुरक्षा बलों ने विमान को अपहर्ताओं से मुक्त करा लिया.जब विमान को अपहर्ताओं के चंगुल से मुक्त करा लिया गया तो एयरपोर्ट पर सूचना प्रसारित की गई कि यह कोई वास्तविक घटना नहीं, बल्कि एक मॉक ड्रिल थी. हर छह माह में एक बार पटना एयरपोर्ट की चौकसी बरकरार रखने के लिए ऐसा किया जाता है.  मॉक ड्रिल की कार्रवाई सुबह 9 बजे से 10 बजे तक चली. मॉक ड्रिल के सफलतापूर्वक संचालन के बाद प्रधान सचिव श्री सुबहानी ने कहा कि एयरपोर्ट ऑथोरिटी को सुरक्षा के लिए दूसरी और तीसरी लाइन को भी विकसित करना होगा. पहली लाइन को सपोर्ट के लिए ऐसा जरुरी है.

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