सिटी पोस्ट लाइव : आखिर बिहार में किस खतरनाक वारदात को अंजाम देने की योजना बन रही है? कौन बना रहा है खुनी खेल की योजना? मुंगेर में पिछले तीन दिन में आधे दर्जन से ज्यादा AK-47 जैसे आधा दर्जन अत्याधुनिक हथियारों की वरमदगी और पकडे गए तस्करों द्वारा अबतक 71 AK-47 राइफल की सप्लाई के खुलासे के बाद बिहार पुलिस के जेहन में यह सवाल कौंधने लगा है कि आखिर कौन है इतने खतरनाक हथियारों का खरीददार .मुंगेर पुलिस ने AK-47 जैसे अत्याधुनिक राइफलों की तस्करी करनेवाले तस्कर को भी गिरफ्तार कर लिया है. इसके तार दूसरे राज्य के एक सांसद से भी जुड़ते नजर आ रहे हैं. पुलिस अब तस्कर से पूछताछ कर ये पता लगाने में जुटी है कि ये AK-47 जैसे घातक हथियार आ कहाँ से रहे हैं और इनका खरीददार कौन है?
वैसे भी बिहार में AK-47 जैसे घातक हथियारों का अपराधी बढ़ चढ़ कर इस्तेमाल करने लगे हैं. यह एक ऐसा अत्याधुनिक हथिया है जिससे चाँद सेकंड में 47 गोलियां निकल जाती हैं. इस हथियार के हाथ में आ जाने पर 100 आदमी का बल मिल जाता है. यानी एक अदना अपराधी भी हठी जैसा बलवान बन जाता है. वैसे मुंगेर तो हथियारों का एक पुराना मंदी है. यहाँ घर घर में हथियार बनते हैं. केवल देशी नहीं बल्कि रिवाल्वर से लेकर AK-47 और मशीन गन जैसे हथियार भी. लेकिन इस तरह से तीन दिन में 6 AK-47 की वरमदगी का यह पहला मामला है. एक सप्ताह के अंदर दूसरी बार तीन AK 47 की वरमदगी हुई है. तीन दिन पहले भी तीन AK 47 पुलिस का मिले थे.
मुंगेर एसपी बाबू राम ने शुक्रवार को बताया कि तीन दिन पूर्व भी जमालपुर थाना क्षेत्र के जुबली बेल चौक के पास मोहम्मद इमरान को तीन एके-47 के साथ गिरफ्तार किया गया था. इमरान ने पूछताछ के दौरान बताया कि यह हथियार जबलपुर के पुरुषोत्तम ने उन्हें जमालपुर स्टेशन पर दिया था. कुछ घंटों बाद मध्यप्रदेश की पुलिस ने जबलपुर में पुरुषोत्तम को भी गिरफ्तार कर लिया. पुरुषोत्तम ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया है कि लोकमान्य तिलक से आकर दो बैग जमालपुर स्टेशन पर दिया था. प्रत्येक बैग में 3 AK 47 था. उन्होंने ही बताया था कि एक बैग इमरान और एक बैग शमशेर को दिया था. शुक्रवार को मुंगेर पुलिस ने एसटीएफ के साथ शमशेर के घर छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया. शमशेर के बताने पर उसकी बहन रिजवाना बेगम के यहां से बोरे में रखे तीन AK 47 को भी पुलिस ने बरामद कर लिया.
आखिर ये AK-47 राइफल आ कहाँ से रहे हैं? पुलिस के अनुसार ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से एक कर्मचारी AK-47 के पार्ट्स की सप्लाई पुरुषोत्तम को करता था जिसे असेम्बल कर पांच लाख रुपये में बिहार में बेंचा जाता था.पुलिस अब ये पता लगा रही है कि इन हथियारों के खरीददार कौन हैं- नक्सली, अपराधिक गिरोह .पुलिस को ये सफलता बड़ी मेहनत के बाद मिली है. मुंगेर एसपी के अनुसार मुंगेर पुलिस के साथ-साथ एसटीएफ की टीम शामिल थी. एसपी बाबूराम ने कहा कि इमरान की गिरफ्तारी के बाद स्पेशल इन्वेस्टीगेशन ग्रुप व मुंगेर पुलिस लगातार पूरे नेटवर्क पर नजर रखी हुई थी. इसके कारण यह सफलता मिली है. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों लोकमान्य तिलक टर्मिनल एक्सप्रेस से यह हथियारों का बैग पुरुषोत्तम ने जो पूछताछ में खुलासा किया है.
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