थानेदार को रिश्वत देने के चक्कर में फंसे मुकेश सहनी, विडियो वायरल है, FIR की तैयारी
गाड़ी छुड़ाने के लिए पुलिस को घूस देते पकड़े गए नेताजी, हो सकता है रिश्वत ऑफर करने का केस.
थानेदार को रिश्वत देने के चक्कर में फंसे मुकेश सहनी, विडियो वायरल है, FIR की तैयारी.
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार पुलिस घूसखोर है ये दिखाने के चक्कर में वीआइपी पार्टी के सुप्रीमो मुकेश सहनी कनूनिं दांव-पेंच में खुद फंस गए हैं.उनका एक विडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है.इस विदेओमे मुकेश सहनी थाने में एक पुलिस अधिकारी को रिश्वत का ऑफर देते हुए वो साफ़ दिख रहे हैं. वो विडियो में ये खाते हुए दिख रहे हैं-“ आपलोग बिना घूस के तो कोई काम कीजियेगा नहीं.ये मुझे बखूबी पता है.तो लीजिये घुस और गाडी को छोडिये.” विडियो देखने से साफ़ लग रहा है कि मुकेश सहनी रिश्वत का ऑफर देकर पुलिस महकमे में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर करना चाहते हैं.
लेकिन कानून तो यहीं कहता है कि हूस लेना और देना दोनों अपराध है. पुलिसवाला इस विडियो मेघूस लेते हुए तो नहीं दिख रहा है लेकिन मुकेश सहनी रिश्वत देने का ऑफर देते हुए जरुर दिख रहे हैं.अब पुलिस इसी विडियो को आधार बनाकर मुकेश सहनी के खिलाफ मुक़दमा दर्ज करने की तैयारी कर रही है. बिहार में थानेदार (SHO) को मुकेश सहनी द्वारा जबरन घूस देने की कोशिश वाला यह विडियो मुकेश सहनी की मुश्किल बढानेवाला है.विडियो में दरभंगा जिला के एक थाने में मुकेश सहनी का फ़िल्मी अंदाज में इंट्री दिख रहा है.जेब से वो नोट की गड्डी टेबल पर पटकते हुए थानाध्यक्ष से ये कहते हुए नजर आ रहे हैं कि “ ये घूस लिजिए और थाने में जब्त गाड़ी को छोड़ दीजिए.”
दरअसल, ये मामला 23 मार्च का है जब सहरसा जिला का नाहर निवासी सुशील मुखिया अपने परिजनों के साथ अपने टेम्पू से रिश्तेदार के घर कुशेश्वरस्थान जा रहा था. बिहार में कोरोना महामारी को लेकर लॉकडाउन की घोषणा हो चुकी थी लिहाजा पुलिस की गश्ती काफी सख्त थी. कशेश्वरस्थान जाने के क्रम में बिरौल थाना के समीप गश्ती टीम ने टेम्पू को जब्त कर लिया. इसके बाद सुशील मुखिया टेम्पू को छुड़वाने के लिए प्रयास करता है पर लॉकडाउन की वजह से टेम्पू नहीं छूटा.इसके बाद ये मामला सन ऑफ मल्लाह वीआईपी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी के पास पहुंचा. मुकेश सहनी को जब पता चला कि थाना टेम्पू छोड़ने की एवज मे घूस मांग रहा है तो जनाब खुद ही नोटों की गद्दी लेकर पहुंच गए थाना वो भी टेम्पू छुड़ाने. फिर वहां जो हुआ उसका वीडियो वायरल भी कर दिया गया. इस वायरल वीडियो में मुकेश सहनी स्वयं बिरौल थानाध्यक्ष को घूस देते नजर आ रहे हैं.
थानाध्यक्ष किशोर कुणाल की मानें तो 23 तारीख को ही टेम्पो की कानूनी कारवाई करते हुये SDO को रिपोर्ट भेज दिया गया था. थानेदार के मुताबिक घूस मांगने की बात गलत है. मुकेश सहनी का कहना है कि कि टेम्पू को जब्त कर गरीब लोगों से घूस मांगा जा रहा है. थानाध्यक्ष झूठ बोल रहे है. उन्होंने कोई पेपर SDO को नहीं भेजा है. इस विषम परिस्थिति में जहां देश मे लॉकडाउन लगा हुआ है वैसे में एक गरीब टेम्पू वाले को तंग किया जा रहा है. सहनी के मुताबिक हम अभी अपने क्षेत्र में थे तो पता चला कि 10 हजार घूस नहीं देने के कारण टेम्पू को नहीं छोड़ा जा रहा है तो खुद से 10 हजार रुपया ले कर थाने पहुंच गये. पूरे मामले की जानकारी जब दरभंगा के एसएसपी बाबू राम को हुई तो उन्होंने तुरंत नगर एसपी योगेंद्र कुमार को इस मामले में जांच का जिम्मा दिया है.सूत्रों के अनुसार रिश्वत का ऑफर देने का मामला नेताजी के खिलाफ दर्ज हो सकता है.
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