सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना की चपेट में बड़ी संख्या में स्वास्थ्यकर्मियों के आने से मुश्किलें और भी ज्यादा बढ़ गई है.एक तरह संक्रमण की रफ़्तार रोज बढ़ रही है तो दूसरी तरफ ईलाज करनेवाले डॉक्टर्स खुद संक्रमित हो रहे हैं.सवाल ये उठ रहा है कि अगर इस रफ़्तार से डॉक्टर और स्वस्थ्कर्मी संक्रमित होगें तो अस्पतालों में लोगों का ईलाज कौन करेगा. पटना एम्स के 384 मेडिकल स्टॉफ कोरोना संक्रमित हो गए हैं.पटना के एम्स में नर्सिंग स्टाफ, मेडिकल स्टुडेंट्स, डॉक्टर्स के अलावे आउटसोर्सिंग को मिलाकर कुल 3800 की संख्या है. जिसमें से डॉक्टर्स, मेडिकल स्टाफ मिलाकर कुल 384 लोग कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं.
गौरतलब है कि पीएमसीएच, एनएमसीएच के बाद पटना एम्स ( Patna AIIMS ) में भी बड़ी संख्या में डॉक्टर्स कोरोना संक्रमित होने से स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है.पटना एम्स में नर्सिंग स्टाफ, मेडिकल स्टुडेंट्स, डॉक्टर्स के अलावे आउटसोर्सिंग को मिलाकर कुल 3800 की संख्या है. जिसमें से डॉक्टर्स, मेडिकल स्टाफ मिलाकर कुल 384 लोग कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं. मेडिकल सुपरिटेंडेंट पटना डॉ सी एम सिंह ने कोरोना संक्रमित होने की जानकारी दी है. एम्स इतनी बड़ी संख्या में डाक्टर्स और स्वास्थ्य कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित होने से हडक़ंप मच गया है.
1000 बेड की क्षमता वाले पटना एम्स में अभी वर्तमान में 200 कोविड मरीज भर्ती है.अत्याधुनिक मशीन से लैस इस अस्पताल में भी अब डॉक्टर्स की कमी महसूस की जा रही है. पटना एम्स में एक साथ इतने डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ का कोरोना पॉजिटिव होने से इलाज कराने आये मरीज और उनके परिजनों में एक दहशत का माहौल बन गया है. स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोरोना होने के कारण मरीज और उनके तीमारदार परेशान दिखने लगे हैं.
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