पश्चिम बंगाल से लौट रहे 500 मजदूरों की नवादा में पुलिस प्रशासन ने कराई जांच
सिटी पोस्ट लाइव : समूचे विश्व में हाहाकार मचा चुके कोरोना वायरस ने भारत में जैसे ही दस्तक दी, देश के प्रधानमंत्री ने भारत को लॉक डाउन कर दिया. इस बीमारी से लड़ने का कोई और हथियार नहीं बल्कि घरों में बंद ही रहा जा सकता है. लिहाजा जो लोग जहां थे वहीं फंस गए. लेकिन दूसरे प्रदेशों में फंसे मजदूर अब अपने गांव लौट रहे हैं. कुछ पैदल ही अपने घरों की ओर निकल पड़े तो कुछ ट्रक और छोटे वाहनों में भूसे की तरह अपने गांव लौटने को मजबूर हैं. इसमें सबसे खतरनाक बात ये है कि जिस तरह से मजदूर अपने घर लौट रहे हैं उनमें से कोई एक भी इस बीमारी से संक्रमित हुआ तो हजारों को ले डूबेगा. हालांकि प्रशासन ने इसे लेकर व्यवस्थाएं तो की है. जिसका सपोर्ट वे मजदूर भी कर रहे हैं जो अपने घर लौटने को मजबूर हैं.
इसी कड़ी में पश्चिम बंगाल से लौट रहे 500 मजदूरों की नवादा एनएच पर प्रशासन की ओर से जांच की गई. नवादा शहर के सद्भावना चौक के निकट पांच गाड़ी से पहुंचे इन मजदूरों को पुलिस ने अपनी सुरक्षा में लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा जांच करवाई. स्वास्थ्य विभाग के कर्मी ने बताया कि सभी लोग बंगाल से आ रहे हैं लगभग 500 मजदूर है जिनकी जांच की जा रही है. जांच के बाद सभी को अपने-अपने घर जाने दे रहे हैं अभी तक सभी लोग की जांच में निगेटिव है. पुलिसकर्मियों ने कहा कि जिला प्रशासन पूरी तरह से जनता के साथ है. हम सभी जनता से अपील करते हैं कि बेवजह घर से ना निकले कोरोना वायरस को देश से भगाना है. तो हमें घर में ही रहना है.
वहीं प्रदेशो से लौट रहे मजदूरों का कहना है कि जिस तरह से सरकार ने देश में लॉक डाउन किया वो बेहद सराहनीय है. हम सभी इस फैसले का स्वागत करते हैं. उन्होंने कहा कि इस बीमारी ने हमारा रोजगार छीन लिया है. जिस कारण हमें घर लौटने पर मजबूर होना पड़ा. इसलिए हम इस बीमारी से लड़ेंगे और इसे हरा कर फिर वापस जाएंगे. उन्होंने कहा कि इस वजह से हमें कितनी भी परेशानियों को झेलना पड़े लेकिन इस बीमारी को हम हराकर रहेंगे.
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