सहरसा : अटल जी को दीप प्रज्वलित कर दी गई श्रद्धांजलि, अमर हुए हैं वाजपेयी
कोसी और मिथिलांचल को दिए हैं कई सौगात
सिटी पोस्ट लाइव : आज शुक्रवार की शाम को विश्व हिन्दू परिषद एव बजरंग दल के द्वारा श्रंद्धाजलि सभा का आयोजन नगर के शंकर चौक पर किया गया।इस कार्यक्रम में परम ओजस्वी स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेयी को नम आंखों से 101 दीप प्रज्वलित कर श्रधांजलि दी गई। अटल बिहारी बाजपेयी भारत के दसवें प्रधानमंत्री थे। बाजपेयी हिन्दी कवि, पत्रकार एव प्रखर वक्ता थे। वे भारतीय जनसंघ के संस्थापक में से एक थे। उन्होंने लम्बे समय तक राष्ट्रधर्म, पांचजन्य ओर वीर अर्जुन आदि रास्ट्रीय भावना से ओत-प्रोत अनेक पत्र-पत्रिकाओं का संपादन भी किया।
अपना जीवन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के रूप में आजीवन अविवाहित रहने का संकल्प लेकर प्रारम्भ करने वाले बाजपेयी रास्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के पहले प्रधानमंत्री पद के 5 साल बिना किसी समस्या के पूरे किए। अटल बिहारी बाजपेयी की इक्यावन कविताएं प्रसिद्ध काव्यसंग्रह थे। वाजपेयी जी को काव्य रचनाशीलता एव रसास्वाद के गुण विरासत में मिली थी। उनके पिता कृष्ण बिहारी वाजपेयी ग्वालियर रियासत में अपने समय के जाने माने कवि थे। भारतीय राजनीति के शिखर पुरुष तथा दलगत भावना से ऊपर उठकर सदा देश के लिए सोचने वाले बाजपेयी जी का जाना दुःखद है।
मैथिली को अष्टम सूची में शामिल करा कोशी और मिथिलांचल क्षेत्र को उन्होंने गौरवान्वित किया है। कोशी महासेतु ओर रेल महासेतु जैसे आवागमन सुविधा दी है। बाजपेयी जी चार बार सहरसा आये थे। अंतिम बार सहरसा 2000 ई में आये थे लवली आनंद के चुनाव प्रचार में। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला मंत्री विश्व हिंदू परिषद शारदाकान्त झा ने किया। इस कार्यक्रम में आकाश सिंह, नन्हें सिंह, कोशल क्रान्तिकारी, नवनीत सिंह, प्रिंस सिंह, बिजय बसंत, सौरव वत्स, टिंकु सरकार, गोपाल रॉय, पुनीत आनंद, सत्यम आनंद, विक्रम सिंह, राकेश कुमार, राजीव कुमार, भानु प्रताप, रौनक सिंह सहित कई युवा शामिल हुए।
सहरसा से संकेत सिंह की रिपोर्ट
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