TET और STET सर्टिफिकेट्स की वैधता अब नहीं होगी समाप्त,शिक्षकों की बहाली जल्द
सिटी पोस्ट लाइव-लम्बे समय से शिक्षक बनने की आस में बैठे TET-STET पास अभ्यर्थियों के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है. सरकार ने अब इन अभ्यर्थियों को राहत देते हुए उनके सर्टिफिकेट की समाप्त हो रही वैधता को बढाने का निर्णय लिया है. यह निर्णय बिहार के सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में पटना के संवाद भवन में शिक्षा विभाग की अहम् बैठक में लिया गया. यह बैठक दो घंटे से अधिक देर तक चली. बैठक में उन्होंने विभाग के कार्यों की समीक्षा की और कई महत्वपूर्णफैसले लियें. बैठक खत्म होने के बाद शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने मीडिया को जानकारी दी कि मुख्यमंत्री के आदेश से TET और STET सर्टिफिकेट की वैधता खत्म नहीं होगी. ये सभी सर्टिफिकेट वैध रहेंगे. मालूम हो कि इस सर्टिफिकेट की वैधता सर्टिफिकेट जारी होने की तिथी से 14 जून को समाप्त होनेवाली थी.
बैठक में शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा, शिक्षा विभाग अपर मुख्य सचिव आरके महाजन, बीएसईबी अध्यक्ष आनंद किशोर भी मौजूद थे. मीटिंग के बाद मीडिया ब्रीफिंग में जानकारी दी गई कि बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अगले वर्ष एक अप्रैल से सभी पंचायतों में उच्च माध्यमिक विद्यालयों में वर्ग 9 तक की पढ़ाई होगी. इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि बांका के बाद राज्य में जुलाई से सभी हाई स्कूल में स्मार्ट क्लास रूम को लागू किया जाएगा. शिक्षा में गुणवत्ता में सुधार के लिए रेगुलर स्कूलों का इंस्पेक्शन होगा. इसके लिए मोबाइल ऐप के माध्यम से भी इंस्पेक्शन किया जाएगा. वहीं यह भी बताया गया कि अनुपस्थित रहनेवाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
वहीं आनंद किशोर ने बताया कि बेहतर और समय पर रिजल्ट जारी को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने निर्देश दिए हैं. इसके तहत अब आनेवाले समय में सभी 2 करोड़ कॉपियों में परीक्षार्थी के फोटो और नाम रहेंगे. अब ऑनलाइन ग्रांट वितरण सिस्टम लागू होगा और पूरी प्रक्रिया को तेज किया जाएगा. उन्होंने बताया कि एफिलिएशन ग्रांट को भी ऑनलाइन किया जाएगा. डीईओ का इंस्पेक्शन भी ऑनलाइन होगा. सभी 9 प्रमंडल का उद्घाटन सीएम अगस्त महीने में करेंगे.
आपको बता दें कि बीएसईबी का क्षेत्रीय केंद्र बनकर तैयार हो गया है. आधुनिक आवश्यकताओं के मद्देनजर एक्ट में परिवर्तन की आवश्यकता महसूस हुई. बीएसईबी अधिनियम 2019 में लागू किया जाएगा और सभी तकनीकी अधिनियम लागू होगा. साथ ही पुराने एक्ट में बदलाव भी किया जाएगा. आनंद किशोर ने बताया कि जून महीने में विशेष अभियान चलाया जाएगा इसके तहत बच्चों के खातों में ऑनलाइन पैसा जाएगा. 3000 ऐसे विद्यालय हैं जहां स्कूल के लिए जमीन नहीं मिली. ऐसे स्कूलों में मिडिल स्कूल को ही अपग्रेड कर 9वीं क्लास का संचालन करेंगे. 2 कमरे अलग से बनाये जाएंगे.
उन्होंने बताया कि जून में शिक्षक बहाली का कैलेंडर होगा लागू किया जाएगा. माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षकों की बहाली होगी, 160 स्कूलों के अधूरे कार्य को इसी साल पूरा किया जाएगा. स्कूलों में गांधी जी की कहानी को लेकर शिक्षकों को ट्रेनिग दी जाएगी. जिसमें उनकी जीवनी और कहानी बताई जाएगी. उन्होंने बताया कि हाई स्कूलों में 32 हजार पद खाली हैं जिनके लिए नियोजित शिक्षक बहाल होंगे जो 60 साल तक काम करेंगे. इसी के साथ कम्प्यूटर शिक्षकों की सरकार बहाली करेगी.अब गौर करनेवाली यह बात होगी कि 2012 से शिक्षक पात्रता पास एसटीईटी अभ्यर्थियों की बहाली सरकार कब करती है.
बता दें कि शिक्षक बनने के लिए बिहार सरकार ने शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET-STET) का आयोजन किया था जिसमें काफी संख्या में विद्यार्थी उतीर्ण हुए थें. इस परीक्षा का आयोजन बिहार सरकार ने 2011 वर्ष में किया था. जबकि इसका रिजल्ट 2012 में प्रकाशित हुआ था. बाद में सरकार ने बहाली की प्रकिया को इतना जटील रखा कि उतीर्ण अभ्यर्थियों का पांच चरणों की बहाली प्रकिया बीत जाने के बावजूद भी बहुत से अभ्यर्थियों का नियोजन नहीं हो सका. इसके लिए टीईटी एवं एसटीईटी पास अभ्यर्थियों ने कई बार आन्दोलन भी किया. लेकिन उनका प्रयास असफल रहा. STET पास अभ्यर्थी संघ के अध्यक्ष धनंजय कुमार एवं इसके संरक्षक आदित्य नारायण पाण्डेय ने कहा कि हमलोगों ने सर्टिफिकेट की वैधता बढ़ाने को लेकर सीएम नीतीश कुमार से लेकर शिक्षा मंत्री तक से कई बार गुहार लगाई थी जिसका ही यह परिणाम है. इन्होने मीडियाकर्मियों से बात-चीत में कहा कि हमलोगों की लड़ाई सम्पूर्ण बहाली तक जारी रहेगी. बहाली के लिए हमलोगों को आश्वासन भी शिक्षा मंत्री से मिला है.
जे.पी.चन्द्रा की रिपोर्ट
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