सिटी पोस्ट लाइव: पुलिस मुख्यालय ने बिहार में बढ़ रहे अपराध को लेकर एक क्राइम रिकॉर्ड ग्राफ जारी किया है. इस ग्राफ को बुधवार को जारी किया गया है और इस आंकड़े में जनवरी से सितंबर तक का औसतन ग्राफ एक साथ और अलग से अक्टूबर 2020 के अपराध के मामले जारी किए गए हैं.
जारी किये गए ग्राफ के मुताबिक, जनवरी से सितम्बर के अपेक्षा अक्टूबर में अपराध के आंकड़ों में 3.12 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. इसके साथ ही जनवरी से सितंबर तक कुल संज्ञेय अपराध 21419 हुए जबकि अक्टूबर 2020 में 22068 केस दर्ज हुए.
खबर और आंकड़ों को देखा जाए तो, जहां एक तरफ हत्या, डकैती, लूट, गृहभेदन, चोरी, दंगा, रेप, रोड डकैती, रोड लूट में कमी आई है तो वहीं अपहरण और फिरौती के लिए अपहरण में बढ़ोतरी भी हुई है. आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी से सितंबर तक औसतन 267 हत्याएं हुईं, जबकि अक्टूबर में 243 मर्डर हुए, यानी 9.1 प्रतिशत की कमी आई. वहीं डकैती की सितंबर तक 10 वारदात हुईं, जबकि अक्टूबर माह में केवल दो केस दर्ज किए गए यानी डकैती में सबसे बधिक 89.47 फीसदी की कमी दर्ज की गई. इसके अलावे सितंबर तक बिहार में लूट के 153 मामले आए वहीं अक्टूबर में डकैती की 42 घटनाएं हुई और इसमें 72.63 प्रतिशत कमी आई. गृह भेदन में जहां 3.37, चोरी में 7.03, दंगो में 36.73, रेप में 20.25, रोड डकैती में 10.81, रोड लूट में 19.77 फीसदी की कमी दर्ज की गई.
वहीं अपहरण में फिरौती मांगने के अपराध में खासा इजाफा हुआ है. जनवरी से लेकर सितंबर तक अपहरण के औसतन 638 केस सामने आए जबकि अक्टूबर माह में 765 केस हुए, यानी अपहरण में 19.8 प्रतिशत का इजाफा हो गया. फिरौती के लिए अपहरण की बात करें तो 9 माह में औसतन 222 मामले आए वहीं केवल अक्टूबर माह में 5 केस हुए. फिरौती के लिए अपहरण में 125 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
बता दें कि इतने सारे अपराध के बाद पुलिस अब हरकत में आ गयी है. और अपने ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने वाले पुलिसवालों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी किए जाने का निर्णय लिया गया है.
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