शराबबंदी का सबसे अधिक लाभ गरीबों को ही हुआ है. फिर भी लोगों को बिना कारण परेशानी न हो, इसके लिए शराबबंदी कानून में संशोधन किया जाएगा. यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इस कानून का कोई दुरूपयोग न करे. फिलहाल इस कानून को लेकर मामला सुप्रीम कोर्ट में है, हमें फैसले का इंतजार है
सिटी पोस्ट लाईव :मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबबंदी के दौरान सबसे ज्यादा दलितों पिछड़ों और अति-पिछड़ों के जेल जाने की खबर से चिंतित हैं उन्होंने कहा कि शराबबंदी गरीबों को फायदा पहुँचाने के लिए लागू किया गया था.अगर कोई इस कानून का गलत प्रयोग कर रहा है, गरीबों के खिलाफ तो सरकार चुप नहीं बैठेगी.उन्होंने कहा कि ये गलत प्रचारित किया जा रहा है कि शराबंदी से दलितों का ज्यादा नुकशान हुआ है.उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा फायदा उन्हें ही हुआ है.उनके जीवन में काफी परिवर्तन आया है.जो कलतक अपनी सारी कमाई शराब में उड़ा देते थे,आज अपने परिवार पर खर्च कर रहे हैं.
नीतीश कुमार ने कहा कि यह आंकड़ा प्रसारित किया जा रहा कि शराबबंदी कानून के तहत सबसे अधिक एससी-एसटी के लोग गिरफ्तार हुए हैं.उन्होंने कहा कि कोई उन्हें यह बताए कि आबादी का प्रतिशत क्या है? देखा जाए तो शराबबंदी का सबसे अधिक लाभ गरीबों को ही हुआ है. फिर भी लोगों को बिना कारण परेशानी न हो, इसके लिए शराबबंदी कानून में संशोधन किया जाएगा. यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इस कानून का कोई दुरूपयोग न करे. फिलहाल इस कानून को लेकर मामला सुप्रीम कोर्ट में है, हमें फैसले का इंतजार है.नीतीश कुमार ने कहा कि उन्हें जानकारी है कि कौन लोग हेराफेरी में लगे हुए हैं .उनके ऊपर भी मेरी नजर है .
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