सुदेश महतो, अजय शाहदेव सहित कई उम्मीदवारों ने किया नामांकन
सिटी पोस्ट लाइव, रांची: आजसू सुप्रीमो सुदेश कुमार महतो सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने सोमवार को नामांकन किया। सिल्ली विधानसभा क्षेत्र से सबसे पहले आजसू सुप्रीमो सुदेश कुमार महतो ने नामांकन किया। इससे पूर्व मोरहाबादी मैदान में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष आजसू कार्यकर्ताओं की काफी भीड़ जमा हुई। वहां से ढोल-नगाड़ों और समर्थकों के साथ सुदेश महतो नामांकन करने के लिए रांची जिला समाहरणालय पहुंचे। उनके साथ आजसू के वरीय उपाध्यक्ष और सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी, पूर्व मंत्री उमाकांत रजक, प्रवक्ता देवशरण भगत सहित सैकड़ों की संख्या में आजसू कार्यकर्ता शामिल थे। मौके पर महतो ने कहा कि आजसू बड़ी जीत की ओर अग्रसर है। इसबार झारखंड में गांव की सरकार बनानी है। इसके लिए आजसू पार्टी पूरी तरह कटिबद्ध है। यह पूछे जाने पर की भाजपा के साथ गठबंधन नहीं हुआ है, इससे आजसू को कितना फायदा होगा। इस पर महतो ने कहा कि इसका पता 23 दिसम्बर को चलेगा। झारखंड और झारखंडियत के संरक्षण का संकल्प लेकर सिल्ली विधानसभा क्षेत्र के लिए नामांकन दाखिल किया है। इधर, कांग्रेस के हटिया से उम्मीदवार और झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (जेएससीए) के उपाध्यक्ष अजयनाथ शाहदेव भी अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ नामांकन करने पहुंचे। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस के कई नेता उपस्थित थे। इससे पूर्व कांग्रेस भवन से सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी कार्यालय से जिला समाहरणालय पहुंचे और हटिया विधानसभा क्षेत्र के लिए नामांकन दाखिल किया। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता भाजपा सरकार से त्रस्त हो चुकी है। जनता भाजपा सरकार से छुटकारा पाना चाहती है। कांग्रेस के ही मांडर विधानसभा क्षेत्र के उम्मीदवार सुन्नी टोप्पो ने भी नामांकन दाखिल किया है। इसके अलावा मांडर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार देव कुमार धान सैकड़ों समर्थकों के साथ नामांकन करने पहुंचे। उनके साथ मांडर की पूर्व विधायक गंगोत्री कुजूर भी थी। देव कुमार धान ने कहा कि मांडर में उनके सामने कोई टिकने वाला नहीं है। भाजपा सरकार ने पिछले पांच वर्षों में राज्य का विकास किया है। जिसका लाभ हमें मिलेगा। उन्होंने कहा कि मांडर में एकबार फिर भाजपा अपना परचम लहरायेगी। नागरिक सुरक्षा मंच की अध्यक्ष अंजू देवी ने भी हटिया विधानसभा क्षेत्र से नामांकन किया। इधर, जिला समाहरणालय में उम्मीदवारों के नामांकन को लेकर जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। इस दौरान 50 से अधिक पुलिस के जवानों को तैनात किया गया था। जिला समाहरणालय में आने वाले प्रत्येक व्यक्तियों की जांच की जा रही थी। जांच के बाद ही उन्हें प्रवेश करने दिया गया।
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