जानिए एग्जिट पोल का उपेन्द्र कुशवाहा कनेक्शन, बैकफुट पर आ सकती है बीजेपी!
सिटी पोस्ट लाइवः सीट शेयरिंग को लेकर बीजेपी और उपेन्द्र कुशवाहा के बीच जो तल्खी बढ़ी है उसमें यह लगातार स्पष्ट रहा है कि उपेन्द्र कुशवाहा की नाराजगी को बीजेपी ज्यादा तवज्जो नहीं देती। उपेन्द्र कुशवाहा ने सीट शेयरिंग पर किसी भी बातचीत के लिए बीजेपी को 30 नवंबर तक का अल्टीमेटम दिया। बीजेपी ने इस अल्टीमेटम को कितनी गंभीरता से लिया यह भी जगजाहिर है। उपेन्द्र कुशवाहा ने पीएम मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मिलने का वक्त मांगा लेकिन समय नहीं मिला और मुलाकात नहीं हो पायी। जाहिर है कुशवाहा की नाराजगी को बीजेपी गंभीरता से नहीं ले रही लेकिन देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव और चुनाव के बाद उसके परिणाम उपेन्द्र कुशवाहा और बीजेपी के बीच के रिश्तों पर असर डाल सकते हैं।
दरअसल विभिन्न न्यूज चैनलों के एग्जिट पोल में मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे महत्वपूर्ण राज्यों में कांग्रेस सरकार बनने के संकेत दिये हैं। तीनों राज्यों में बीजेपी की सरकार है और चुनाव परिणाम के बाद अगर राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ बीजेपी के हाथ से छिटका तो जाहिर तौर पर 2019 से पहले यह बड़ा झटका होगा। और यह झटका बीजेपी को बैकफुट पर ला सकती है। अगर चुनाव परिणामों ने बीजेपी को निराश किया तो फिर चुनावी हार से उपजे हालात में उपेन्द्र कुशवाहा को साथ रखना मजबूरी होगी। जाहिर है देश में जिन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए हैं उसके परिणाम पर भी कुशवाहा और बीजेपी की आगे की दोस्ती निर्भर है। फिलहाल रालोसपा और बीजेपी के बीच की दोस्ती टूट की हद तक जा पहुंची है। तल्खी इतनी है कि बिहार के सियासी गलियारों में यह कयास आम हैं कि उपेन्द्र कुशवाहा एनडीए छोड़ देंगे।
हांलाकि अभी क्लाइमेक्स खत्म नहीं हुआ है सस्पेंस कायम है कि आखिर उपेन्द्र कुशवाहा करेंगे क्या? फिलहाल वे शिक्षा सुधार को लेेकर बिहार की नीतीश सरकार को घेरने में लगे हैं। लेकिन बीजेपी की ओर से भी यह संकेत आया है कि उपेन्द्र कुशवाहा और बीजेपी के बीच रिश्ते सामान्य हो सकते हैं। हाल में केन्द्रीय मंत्री रामकृपाल यादव ने कहा था कि सब ठीक हो जाएगा।
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