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PK की यात्रा पर JDU का सवाल, कहाँ से आ रहा है पैसा?

PK को आया नीतीश कुमार सरकार पर गुस्सा, भोजपुरी में निकाली भड़ास, कुर्सी से चिपके हैं नीतीश कु.

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सिटी पोस्ट लाइव :देश के जानेमाने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पदयात्रा (JAN SURAJ YATRA) पर हैं. किशोर ने अपनी यात्रा पश्चिम चंपारण के भितिहारवा स्थित गांधी आश्रम से महात्मा गांधी की 153वीं जयंती के अवसर पर शुरू की. प्रशांत किशोर ने भोजपुरी भाषा में नीतीश सरकार पर जमकर हमला करते हुए कहा कि नीतीश कुमार की सरकार में कोई ताकत नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर ने कहा कि गांधी के सत्याग्रह की धरती से 35 सौ किलोमीटर पदयात्रा कर लोगों से उनकी समस्या के साथ उनके बीच के ऐसे लोगों के बारे में जानने का कोशिश करूंगा जो समाज को बदल सकते हैं. ऐसे लोगों को चुनकर मजबूती से लड़ाऊंगा. उन्हें संसाधन उपलब्ध कराकर मुखिया, सरपंच, जिला परिषद सदस्य, विधायक बनाऊंगा.

किशोर ने कहा यह लोग आपको बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य व रोजगार उपलब्ध कराएंगे. आज राज्य का कोई ऐसा घर नहीं है, जिसके जवान बेटे रोजगार की तलाश में बिहार से बाहर नहीं रहते हों. इस सबके लिए जरूरत पड़ी तो आपके चुने हुए लोगों से राजनीतिक दल बनाऊंगा. नीतीश कुमार 10 साल से राजनीतिक बाजीगरी दिखा रहे हैं .कुर्सी से चिपके हुए हैं. कुर्सी से चिपकने से कुछ नहीं होने वाला है. धरातल पर काम करना होगा.गांधी जयंती पर प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर लिखा था कि देश के सबसे गरीब और पिछड़े राज्य बिहार में व्यवस्था परिवर्तन का दृढ़ संकल्प, पहला महत्वपूर्ण कदम – समाज की मदद से एक नई और बेहतर राजनीतिक व्यवस्था बनाने के लिए अगले 12-15 महीनों में बिहार के शहरों, गांवों और क़स्बों में 3500KM की पदयात्रा होगी, बेहतर और विकसित बिहार के लिए जनसुराज!

JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने प्रशांत किशोर की पद यात्रा को लेकर सवाल किया है.इस यात्रा के प्रचार-प्रसार पर खर्च के लिए धन कहां से आ रहा है? सिंह ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि प्रचार-प्रसार पर नकदी खर्च हो रही है.उन्होंने आयकर, ईडी और सीबीआइ की भूमिका पर भी सवाल उठाया है. पूछा है कि ये एजेंसियां पीके के मामले में सुस्त क्यों हैं. जवाब भी स्वयं दिया- भाजपा के एजेंडे पर पदयात्रा हो रही है. धन भी भाजपा उपलब्ध करा रही है।.केंद्रीय एजेंसियां भी तो उन्हीं की हैं. इसलिए धन के स्रोत के बारे में नहीं पूछा जा रहा है.

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