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चौबीस घंटे में बाढ़ की स्थिति में सुधार, अब 16 जनपदों के 517 गांव प्रभावित

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सिटी पोस्ट लाइव, लखनऊ: प्रदेश में बीते चौबीस घंटे में बाढ़ की स्थिति में सुधार देखने को​ मिला है। इस वजह से बाढ़ प्रभावित जनपदों की संख्या कम हो गई है। प्रदेश के राहत आयुक्त संजय गोयल ने मंगलवार को बताया कि बाढ़ की स्थिति में कुछ सुधार आया है। वर्तमान में प्रदेश के 16 जनपदों के 517 गांव बाढ़ प्रभावित सूचित किए गए हैं। जबकि सोमवार को 19 जनपदों के 582 गांव बाढ़ से प्रभावित थे। राहत आयुक्त ने बताया कि राज्य में अब सिर्फ दो स्थानों  पर नदियां खतरे के निशान से ऊपर सूचित की गई हैं। शारदा नदी लखीमपुर खीरी जनपद में अपने खतरे के निशान से लगभग 38 सेंटीमीटर ऊपर और सरयू नदी बलिया में अपने खतरे के निशान से लगभग 35 सेंटीमीटर ऊपर सूचित की गई है।
इसके साथ ही प्रदेश में अब तक 300 बाढ़ शरणालयों की स्थापना की गई है, जिनमें वर्तमान में पांच जनपदों के 32 बाढ़ शरणालयों में लगभग 900 व्यक्ति रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि बाढ़ से निपटने के लिए राहत कार्यों में 645 नाव प्रयोग में लाई जा रही हैं। विभागों के बीच समन्वय के लिए 735 बाढ़ चौकियों की भी स्थापना की गई है। 200 शिविर पशुओं के लिए संचालित किए गए हैं जिसमें 6,17,000 पशुओं का टीकाकरण किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देशित किया है कि बाढ़ शरणालयों में सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं व कोरोना के दृष्टिगत दो गज की दूरी का पालन सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने यह भी कहा है कि वहां पर रह रहे लोगों की मेडिकल जांच भी करवाई जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि ऊपरी क्षेत्रों के विभिन्न जलाशयों तथा बांधों से पानी छोड़े जाने की सूचना प्राप्त होती है उसकी निरंतर निगरानी की जाए। ताकि उसी के अनुसार हमारे जो बाढ़ प्रभावित क्षेत्र हैं, उनमें बाढ़ से बचाव हेतु समस्त तैयारियां पूर्व से ही सुनिश्चित कर ली जाएं। राहत आयुक्त के मुताबिक वर्तमान में बाढ़ से सम्बंधित किसी भी प्रकार की चिंताजनक परिस्थिति प्रदेश में नहीं परिलक्षित हो रही है। इसकी लगातार मॉनिटरिंग की जा रही और राहत कार्य किया जा रहा है।

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