अवैध बालू खनन से खतरे में किसान, ब्रॉडसन कंपनी के खिलाफ प्रशासन से लगाई गुहार
अवैध बालू खनन कर जमा करने में लगी है कई कम्पनियां
अवैध बालू खनन से खतरे में किसान, ब्रॉडसन कंपनी के खिलाफ प्रशासन से लगाई गुहार
सिटी पोस्ट लाइव : एक वक्त था कि लोग अनाज भंडारण कर मुश्किल दिनों के लिए रखा करते थे. लेकिन अब लोग अनाज की जगह बालू का भण्डारण कर अवैध कमाई करने में लगे हैं. लेकिन इस अवैध कमाई के लिए अगर किसी को बलिदान देना पड़ रहा है तो वो हैं खेती और मजदूरी करने वाले किसान, जिनकी जमीन अवैध खनन के कारण छिनती चली जा रही है. मामला पटना के पालीगंज अनुमंडल का है जहां ब्रॉडसन नामक कंस्ट्रक्शन कम्पनी द्वारा लगातार बालू के लिए अवैध खनन कर रही है. जिसके कारण करीब 400 एकड़ भूमि सोन नदी के मुंह में जा चुकी है. इतना हीओ नहीं बालू वाहनों के परिचालन को और सरल बनाने के लिए रानीतलाब के लहलादपुर गांव के समीप, धाना-कनपा, कैनाल नहर को करीब दर्जनों जगह बड़े तौर पर काट दिया गया हैं. जिसके कारण नहर बिल्कुल सुख चूका है. जिससे किसानों को न सिंचाई के लिए पानी मिल रही है और ना ही प्रशासन की ओर से कोई मदद.
इस मुश्किल से निपटने के लिए ग्रामीणों ने प्रशासन की मदद मांगी. लेकिन प्रशासन ने कोई एक्शन नहीं लिया. थक-हारकर ग्रामीणों ने इसके दोषी ब्रॉडसन के खिलाफ थाने में रिपोर्ट लिखवाई. लेकिन आज एक महिना होने को है और प्रशासन के कानों पर जू तक नहीं रेंग रही है. वही ग्रामीणों ने प्रशासन पर भी आरोप लगाया है कि ये भी कम्पनी के गुलाम बन चुके हैं. उनकी निगरानी में अवैध तरीके से बालू खनन का काम किया जा रहा है. किसानों के लिए अबसे बड़ी मुश्किल ये है कि आने वाले दिनों में जब नदी का जलस्तर ऊपर आएगा तो इसके आस पास के जमीन नदी में कट जायेंगे. इतना ही नहीं जिस नहर को तोड़ कंपनी ने रास्ता बनाया है, जो बारिश के मौषम में बांध का काम करती है, उसे तोड़ने से गांव पर बड़ी आफत आ सकती है.
धाना-कनपा कैनाल नहर को अवैध पूर्वक काटने को लेकर ग्रामीणों ने इसकी शिकायत, जल संसाधन विभाग के सोन नहर अवर प्रमंडल-बिक्रम से किया। बीते 17 मई को बिक्रम सोन नहर विभाग के कनीय अभियंता अजय कुमार ने स्थल निरीक्षण किया तो किसानों के शिकायत को सही पाया. इस संबंध में कनिय अभियंता अजय कुमार ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर रानीतलाब थाने में कांड संख्या 136 /18, धारा 336, 353, 406, 420, 427 दर्ज कराया. एफआईआर दर्ज किये 20 दिन हो गये हैं लेकिन पुलिस किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकी हैं.
अवैध खनन की सच्चाई इसी से जानी जा सकती हैं की पालीगंज अनुमंडल में कुल 11 बालू घाट से खनन करने का अनुमति हैं. इसमें सोन नदी में 9 एवं पुनपुन नदी में दो. लेकिन वर्तमान में करीब दो दर्जन बालू घाट से अवैध खनन किया जा रहा हैं. नियमत: 30 जून से बालू खनन पर रोक लगा दी जायेगी ।कालाबाजारी में बेचने के लिए बड़े पैमाने पर बालू का भंडारण किया जा रहा हैं. यहीं कारण हैं की जहाँ उदयपुर और जलपुरा स्थित सोन नदी में 24 -24 हेक्टेयर बालू का खनन, तीन-तीन फीट गहराई करना था, वहीं करीब 75 – 85 हेक्टेयर तक 10 -12 फीट तक गहराई कर बालू का खनन किया गया हैं.
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