गोपालगंज रोहित हत्याकांड से DGP ने हटाया पर्दा, कहा-होगा दूध का दूध पानी का पानी
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा है कि कोई भी थानेदार पीड़ित के साथ गाली-गलौज या अभद्र भाषा का प्रयोग करेगा यह बर्दाश्त नहीं होगा. उन्होंने कहा कि थानेदार कई तरह के तनाव से गुजरते हैं, लेकिन फिर भी वो जनता के साथ बदसलूकी नहीं कर सकते. अगर कोई थानेदार ऐसा करता है तो उससे पूरे पुलिस महकमे की बदनामी होती है. उसके खिलाफ कारवाई होगी.
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय गोपालगंज के कटेया में चर्चित रोहित जायसवाल हत्याकांड की जांच करने खुद हीं घटनास्थल पर गए थे. उन्होंने खुद कटेया में रोहित जायसवाल की हत्या से जुड़े हर पहलू की गहराई से जांच की.जांच के दौरान वो उस नदी में भी कूद पड़े जिसमे रोहित की लाश मिली थी. उन्होंने उस थानेदार को सस्पेंड कर दिया जिसके ऊपर मिटक के परिजनों के साथ अभद्र व्यवहार का आरोप लगा था.
डीजीपी ने आज फेसबुक लाइव के माध्यम से लोगों को बताया कि उन्होंने खुद इस हत्याकांड की तहकीकात की है.मामला हत्या का है या फिर नदी में डूबने का पुलिस पूरी अनुसंधान कर रही है. डीजीपी ने साफ कहा है कि अफवाह उड़ाया गया कि मस्जिद के लिए बच्चे की हत्या की गई. अफवाह उड़ाकर सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश की गई है.डीजीपी ने कहा कि उस गावं में कोई मस्जिद है ही नहीं और ना ही वहां कोई मौलाना है.
डीजीपी ने कहा कि रोहित की हत्या के बाद मां फरियाद लेकर कटेया थाना में थानेदार के पास पहुंची थी. लेकिन थानेदार ने उसके साथ अभद्र व्यवहार किया था. मामला सामने आने के बाद हमने सबसे पहले थानेदार को निलंबित कर दिया. हम किसी थानेदार को इजाजत नहीं दे सकते कि अगर कोई पीड़ित थाने में आता है तो उसके साथ अभद्र व्यवहार किया जाए. अगर कोई करता है तो उस पर कार्रवाई करेंगे. गौरतलब है कि बेटा को खोने के बाद जब मां कटेया थाने में फरियाद लेकर गई थी तो थानेदार ने उल्टे महिला के साथ गाली-गलौज कर थाने से भगा दिया था. वीडियो सामने आने के बाद पुलिस मुख्यालय ने संज्ञान लिया. आज डीजीपी ने कहा कि पुलिस मामले की पड़ताल अभी भी एक हत्या का मामला मानकर कर रही है.
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