मुजफ्फरपुर : एक गरीब परिवार की बेटी निधि सिन्हा बनी कॉमर्स में बिहार टॉपर
सिटी पोस्ट लाइव : एक गरीब परिवार की बेटी जिसने जीवन के कडवे सच को अपनी आँखों से देखा और महसूस किया है. आज उसी बेटी ने अपने माता पिता का सर फक्र से ऊँचा उठा दिया है. दरअसल मुजफ्फरपुर की रहने वाली निधि सिन्हा ने बिहार बोर्ड में कॉमर्स की टॉपर बनी है. इससे न सिर्फ उनके परिवार वाले खुश हैं बल्कि पूरे जिले में निधि की चर्चा हो रही है. उसके छोटे से एल्बेस्टर के घर में लोगों का तांता लगा हुआ है. हर कोई निधि को बधाई देने और मिठाई खिलाने के लिए बेहद उत्साहित है. निधि के विषय में बता दें कि वो नर्सरी से ही क्लास में प्रथम आती रही है. या यूँ कहे कि मां सरस्वती का आशीर्वाद उसके ऊपर शुरू से ही था. जिसका परिणाम है कि आज निधि बिहार टॉपर बन कर उभरी है.
जानें निधि के परिवार के विषय में.
निधि बेहद साधारण परिवार से आती है. या यूं कहे कि गरीबी को बेहद पास से महसूस किया है. लेकिन कहते हैं ना आग में तपकर धातु सोना बन जाता है. कुछ ऐसी ही कहानी है मुजफ्फरपुर की निधि की. बताते चलें कि निधि के पिता वैसे तो मिठाई की दुकान चलाते हैं. लेकिन उनका पेशा पेंटिंग करना है. उनकी तीन बेटियां है जिसमे निधि सबसे बड़ी है. निधि के पिता राकेश कुमार सिन्हा एक मजदूर की जिंदगी बिताते हुए अपने चारों बच्चों को अच्छी तालीम दी. गरीबी को कभी भी शिक्षा पर हावी नहीं होने दिया. वर्षों पहले राकेश पेंटिंग का काम करते थे. उसी दौरान उनकी मुलाकात अरुण श्रीवास्तव से हुई. अरुण ने राकेश को एक सिनेमा हॉल मालिक से मिलवाया और राकेश सिनेमा का बैनर बनाने का काम करने लगे. लेकिन बदलते दौर में एक दिन ऐसा आया की फ्लैक्स का दौर शुरू हुआ और निधि के घर में मजबूरियों का पहाड़ टूट पड़ा. आर्थिक तंगी से झूझता निधि का परिवार किसी तरह मुश्किलों का खत्म होने का इन्तजार करने लगे. लेकिन राकेश और उनकी पत्नी तारा सिन्हा बच्चों की पढाई नहीं रोकी. तंगी के इस दौर में निधि के मामा ने अपने बहनोई राकेश सिन्हा के अपने स्वीट हॉउस में साथ में काम पर रख लिया. जीजा साले की जोड़ी ने मिल कर व्यवसाय शुरू किया जो अबतक जारी है.
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