इंद्रपुरी बराज से पानी छोड़े जाने से पटना पर बढ़ा खतरा
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में पिछले तीन दिनों से बारिश का कहर लगतार जारी है.बिहार के सुदूर देहाती ईलाकों में तो तबाही मची ही है साथ ही राजधानी पटना में भी बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है.राजधानी पटना पानी-पानी हो गई है.आम से लेकर खास सभी के घरों में पानी भरा है. राजधानी पटना के लोग त्राहिमाम कर उठे हैं. कई इलाकों में तो नाव चल रही है. दर्जनों मोहल्लों मे घरों में 5 फुट तक पानी भरा हुआ है. सरकार के तमाम दावे फेल साबित हो रहे हैं.
सीएम नीतीश कुमार ने आपाता स्थिति से निबटने के लिए शनिवार को बैठक बुलाई थी, लेकिन सीएम की मीटिंग भी अब तक कोई प्रभाव नहीं डाल सकी है. लोग बेवश होकर अपने घरों में दुबके हुए हैं.मौसम विभाग ने सोमवार तक इसी तरह की बारिश की संभावना जताई है. लेकिन बारिश थम भी गई तो नदियों में उफान रूकने वाला नहीं है. नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार बारिश से प्रमुख नदियों का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है. गंगा की सहायक नदियों में सोन, पुनपुन और फल्गु में भी उफान है. इस वजह से पटना पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है क्योंकि गंगा नदीं पहले से हीं उफान पर है.
दूसरी बुरी खबर इंद्रपुरी बराज से आज रविवार को पानी छोड़े जाने की आ रही है.यह पानी आज यानि रविवार की शाम तक पटना पहुंच जाएगा यानी पटना क संकट और भी बढ़ जाएगा.शनिवार रात आठ बजे इंद्रपुरी बराज से करीब तीन लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया था जो रविवार की शाम तक पटना पहुंच सकता है. गंगा की सहायक नदियों के जलस्तर में अगर वृद्धि हुई तो पटना की परेशानी में इजाफा हो सकता है. मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक शनिवार शाम साढ़े पांच बजे तक पूरे राज्य में औसतन 52 मिमी बारिश रिकॉर्ड किया गया है.
जल संसाधन विभाग के मुताबिक इंद्रपुरी बराज से शनिवार की शाम आठ बजे अप स्ट्रीम में 1.60 लाख क्यूसेक और डाउन स्ट्रीम में डेढ़ लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. यह इस साल के अधिकतम रिकार्ड से करीब 50 लाख क्यूसेक ज्यादा है. मनेर के पास सोन पहले से ही खतरे के निशान से 28 सेमी ऊपर बह रही है.
Comments are closed.