बोधगया में अभी भी फंसे हैं 20 देशों के टूरिस्ट, 600 विदेशी जा चुके हैं घर
गया से म्यांमार व थाईलैंड के 600 यात्री लौटे,
बोधगया में अभी भी फंसे हैं 20 देशों के टूरिस्ट, 600 विदेशी जा चुके हैं घर
सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना की वजह से जारी लॉकडाउन (Lock down) में भगवान बुद्ध (Lord Buddha) की ज्ञानस्थली बोधगया और अन्य बौद्ध सर्किट (Boddh Circuit) में काफी संख्या में विदेशी फंस गये हैं. इनमें से कुछ देशों ने अपने देश के नागरिकों को वापस ले जाना शुरू कर दिया है. सबसे पहले म्यांमार की सरकार ने पहल करते हुए 22 अप्रैल को अपने दो विशेष विमान से 258 यात्रियों को ले गई. म्यांमार के बाद थाइलैंड ने भी अपने नागरिकों को वापस ले जाने की प्रकिया शुरू कर दी और भारत सरकार से मिली अनुमति के बाद 24 और 25 अप्रैल को दो विशेष विमान से 171-171 यानी कुल 342 यात्रियों को लेकर बैंकाक के लिए रवाना हो गयी.
अगर म्यांमार और थाइलैंड कुल 600 यात्री गया एयरपोर्ट से चार विशेष विमान से अपने अपने देश लौट चुके हैं. स्वदेश लौटने वाले यात्री बोधगया राजगीर कुशीनगर वाराणसी एवं अन्य बौद्ध सर्किट मे फंसे हुए थे. कोरोना महामारी को लेकर रेल के साथ ही हवाई सेवा भी अभी बंद है. भारत सरकार द्वारा म्यांमार और थाई नागरिकों को उनके देश भेजे जाने की अनुमति के साथ ही गृह, स्वास्थ्य एवं नागरिक उड्ड्यन मंत्रालय ने कई तरह की एडवायजरी भी दी है. इस एडवायजरी का पालन करते हुए एयरपोर्ट प्रबंधन ने विदेशी यात्रियों को उनके देश भेजा है. विमान के निर्धारित समय से कई घंटे पहले ही यात्रियों को गया एयरपोर्ट बुलाया गया. अंदर जाने के लिए सोशल डिस्टेसिंग के तहत लोगों को लाईन में बारी-बारी से लगाया गया और इंट्री गेट पर स्वास्थय विभाग की तरफ से प्रतिनियुक्त डॉक्टरों की टीम द्वारा यात्रियों के स्वास्थ्य भी जांच गई. सभी यात्रियों से सेल्फ रिपोर्टिंग फॉर्म भरवाया गया जिसमें नाम एवं पता के साथ ही जन्म तिथि, नागरिकता, भारत में आने और जाने की तिथि और कफ, बुखार और अऩ्य तरह की स्वास्थय संबंधी जानकारी भी भरवायी गयी.
म्यांमार और थाइलैंड के यात्रियों की स्वदेश वापसी के बाद बोधगया में 20 से ज्यादा देश के 120 यात्री अभी भी सिर्फ बोधगया में फंसे हुए हैं. इसमें वियतनाम के 34 और चीन के 28 समेत श्रीलंका, कंबोडिया, रूस, फ्रांस, जर्मनी, इटली, यूएसए, स्वीडन, कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, स्पेन, चिली, सीरिया एवं अन्य देशो के नागरिक हैं. इनमें से कई पर्यटक वीजा पर आये थे और लॉकडाउन की वजह से यहीं फंस गये थे.
लॉकडाउन के शुरूआती दौर में कुछ विदेशी यात्रियों ने छुपने की भी कोशिश की थी जिसकी खोज में जिला पुलिस ने कई होटलो में छापामारी भी की थी और विदेशियों से संबंधित जानकारी छुपाने के आरोप में 5 होटल मालिकों की खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी. जिला प्रशासन द्वारा इन सभी यात्रियों की जांच की जा चुकी है और किसी में भी कोरोना के लक्ष्ण नहीं मिले हैं. विदेशी यात्री जहां ठहरे हुए हैं, जिला प्रशासन ने उनको वहीं क्वॉरेटीन कर दिया है.
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