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जरूरत पड़ी तो राष्ट्रीय राजनीति में बड़ा रोल निभा सकते हैं नीतीश:JDU

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जरूरत पड़ी तो राष्ट्रीय राजनीति में बड़ा रोल निभा सकते हैं नीतीश:JDU

सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राष्ट्रिय राजनीति में अहम् भूमिका निभानेवाले हैं. नीतीश कुमार के बिहार छोड़ने और राष्ट्रिय राजनीति में अहम् किरदार निभाने का संकेत खुद जनता दल यूनाइटेड (JDU) के  महासचिव पवन वर्मा (PAWAN VERMA) ने दिया है. पवन वर्मा ने कहा है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (NITISH KUMAR) में वो सारी खूबियां हैं जिनकी वजह से वो राष्ट्रीय स्तर (NATIONAL POLITICS) पर नेतृत्व का किरदार बखूबी निभा सकते हैं.

जेडीयू महासचिव पवन वर्मा के मुताबिक जेडीयू भले ही क्षेत्रीय पार्टी है लेकिन अपनी सोच और विचारधारा के आधार पर नीतीश कुमार राष्ट्रीय नेता हैं.उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो नीतीश कुमार राष्ट्रीय राजनीति में बड़ा रोल निभा सकते हैं. पवन वर्मा ने कहा कि 2022 या 2024 में जब भी जरूरत पड़ेगी नीतीश कुमार राष्ट्रीय राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. दल यूनाइटेड (JDU) के नेता पवन वर्मा के इस बयान को लेकर बिहार की राजनीति गरमा सकती है.

गौरतलब है कि जेडीयू-बीजेपी के बीच सहयोगी होने के बावजूद जुबानी जंग जारी है.सामान्य तौर पर दोनों पार्टी का शीर्ष नेतृत्व खुद को इससे अलग रखता है लेकिन इसके बावजूद दोनों पार्टियों के नेताओं की तरफ से बयान आते रहते हैं. अब पवन वर्मा के बयान को लेकर राजनीतिक अनुमान लगाए जा रहे हैं.गौरतलब है कि राष्ट्रिय जनता दल के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सलाह दी थी कि वो बिहार की भलाई के लिए राष्ट्रीय राजनीति में आगे बढ़ें. शिवानंद तिवारी के मुताबिक नीतीश कुमार को आगे बढ़कर संयुक्त विपक्ष का नेतृत्व करना चाहिए.शिवानन्द तिवारी ने यहाँ तक कह दिया था कि लालू यादव भी नीतीश कुमार को पीएम पद का उम्मीदवार बनाना चाहते थे. शिवानंद तिवारी ने यह भी माना था कि बीते समय महागठबंधन काफी कमजोर हुआ है. हालांकि शिवानंद तिवारी ने तेजस्वी यादव का बचाव करते हुए कहा था कि वो वापस आएंगे और पूरी सक्रियता से एक बार फिर पार्टी की कमान संभालेंगे.

गौरतलब है कि अनुच्छेद 370 के कई प्रावधानों को खत्म कर जहां बीजेपी की तरफ खुशियां मनाई जा रही हैं वहीं जेडीयू ने इसका खुलेआम विरोध किया है. जेडीयू नेतृत्व की तरफ से ये लगातार कहा जाता रहा है कि बीजेपी और उनके बीच गठबंधन जरूर है लेकिन कई मुद्दों पर स्टैंड अलग है. हालांकि अलग स्टैंड होने को कभी गठबंधन के लिए खतरा नहीं माना गया है.

गौरतलब है कि बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. पिछले विधानसभा चुनाव के समीकरणों से इस बार के समीकरण बिल्कुल उलट होंगे. पिछले विधानसभा चुनाव में जेडीयू और आरजेडी ने मिलकर राज्य में जबरदस्त कामयाबी हासिल की थी. लेकिन सरकार बनाने के दो सालों के भीतर ही जेडीयू ने आरजेडी से अलग होने का फैसला किया था. इसके बाद ‘पुराने दोस्त’ बीजेपी और जेडीयू ने साथ मिलकर सरकार बनाई थी. इसके बाद से लगातार लालू परिवार सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साध रहा था.

लेकिन लोक सभा चुनाव के बाद आरजेडी के तेवर नरम पड़ गए हैं. आरजेडी के तमाम नेता नीतीश कुमार के साथ चुनाव लड़ने के पक्ष में हैं.अब  फैसला नीतीश कुमार के हाथ में है और ऐसे में जेडीयू के एक बड़े नेता का ये बयान कि नीतीश कुमार राष्ट्रिय राजनीति में अहम् भूमिका निभा सकते हैं, बहुत मायने रखता है.

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