रामगढ : में एक ऐसा गांव जहां सरकारी योजना अभी तक नही पहुँच पाई
सिटी पोस्ट लाइव, रामगढ़: रामगढ़ जिले के मांडू प्रखंड अंतर्गत बुमरी पंचायत का कंजगी टोला उडीटांड एक ऐसा गांव हैं जहां आजादी से आज तक सरकार नहीं पहुंची। सरकारी योजनाओं की सूची में इस गांव का नाम नहीं जुड पाया। थक हार कर यहां के ग्रामीणों ने खुद ही चंदा किया और श्रम दान कर 50 फीट कच्ची सडक को मरम्मत किया और उसे समतल किया। यह सडक हर वर्ष बरसात के बाद गड्ढों में तब्दील हो जाती थी जिससे पूरे साल ग्रामीणों को परेशानी झेलनी पडती थी। आदिवासी बहुल इस गांव में प्रतिवर्ष ग्रामीणो के द्वारा अपने गांव की सडक की मरम्मत की जाती है। गांव की यह तस्वीर यह भी बता रही है कि आज स्थानीय पंचायत स्तरीय नेता केवल अपना विकास कर रहे हैं। गांव के विकास में उनकी दिलचस्पी नहीं। शायद यही वजह रही होगी कि इस गांव में आज तक सड़क पक्की नही बनी है। मंगलवार को उड़ीटाड़ के ग्रामीण सोहराय बेदिया, मंहगू बेदिया, राजकुमार बेदिया, बिनोद बेदिया, मरची देवी सहित दर्जनों ग्रामीणों ने खुद ही गाॅव की 50 फीट कच्ची सड़क को अपने हाथो से मरम्मत कर समतल बनाया।
आबादी 150 पर गांव में ऑटो तक जाने से कर देता है इंकार
ग्रामीणो ने बताया कि हमारे टोला में लगभग 20 आदिवासी जाति (बेदिया परिवार) के लोग रहते हैं। जिसकी आबादी करीब 150 के आस पास है। गाॅव में बाहर से आने वाले मेहमानो और ग्रामीणो को सड़क से गुजरने में खासा परेशानी का सामना करना पड़ता है। टोले में अरगडा-रामगढ़ के तीन और चारपहिया वाहन घुसने से साफ इंकार कर देते हैं। जिसके कारण हमें अपने घर से काफी दूर उतरना पड़ता है। साथ ही समानो को ढ़ोना भी पड़ता है। इस गांव के लोग इस उम्मीद से श्रमदान कर देते हैं कि शायद अगले वर्ष गाॅव की सड़क पक्की हो जाएगी। लेकिन वहं दिन कब आयेगा इसका जवाब किसी के पास नहीं।
चुनावी समर के योद्धा भी आएंगे गांव में
वर्तमान में चुनावी महौल बन चुंका है। इस गांव में भी वोट के लिए चुनावी समर के योद्धा आएंगे। राजनीतिक दलो के द्वारा क्षेत्र और आमजनो को विकास के मुद्दे भी भी बताए जाने लगे हैं। अब आगे उड़ीटाड़ के लोगो को चुनाव में किसे अपना विधाता बनाना है, वो देखना दिलचस्प होने वाला है।
मुखिया ने किया विकास का दावा
बुमरी पंचायत की मुखिया मीनी देवी का दावा है कि उन्होंने अपने पंचायत में विकास की गंगा बहा दी है। हर गांव और टोले के लिए योजना बनी है और उसी आधार पर काम हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि उडीटांड के लिए भी योजना बनी है पर अभी तक स्वीकृत नहीं हो सकी है। उस गांव में भी सडक जरूर बनेगी।
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