एनडीए की रैली में भी हो गया बड़े भाई-छोटे भाई का खेल? जेडीयू ने रातोंरात किया यह काम..
सिटी पोस्ट लाइवः क्या बिहार में एनडीए के भीतर एक बार फिर बड़े भाई और छोटे भाई को लेकर तकरार छिड़ गयी है? यह सवाल इसलिए है क्योंकि एनडीए की संकल्प रैली को लेकर बीजेपी और जेडीयू में एक तरह से प्रतिद्वंदिता चल रही है। प्रतिद्वंदिता इस बात को लेकर कि इस रैली के पोस्टरों में अपनी पार्टी का रंग नजर आये, अपने रंग में रंगने को लेकर दोनों पार्टियां काफी कसरत कर रही हैं।पटना पोस्टरों से पट गया है.कोई भी पार्टी किसी से कमतर नहीं दिखना चाहती इसलिए पटना में घटक दलों के बीच बड़े से बड़े और ज्यादा से ज्यादा पोस्टर लगाने की होड़ लगी हुई है. लेकिन पोस्टर वार में बीजेपी और जेडीयू एक दूसरे को मात देने में लगी है.
सियासी गलियारे में पोस्टरों को देख कर तो यह भी हल्ला है कि इस संकल्प रैली को जेडीयू ने हाईजेक कर लिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से खबर है कि रातोंरात जेडीयू ने शहर की अपनी पार्टी के पोस्टरों और बैनरों से पाट दिया है। शहर के चैक चैराहों को अपनी पार्टी के रंग में रंगने की कोशिश की है और इन कोशिशों में सफल भी रही है। पटना पोस्टरों से पट गया है.कोई भी पार्टी किसी से कमतर नहीं दिखना चाहती इसलिए पटना में घटक दलों के बीच बड़े से बड़े और ज्यादा से ज्यादा पोस्टर लगाने की होड़ लगी हुई है. लेकिन पोस्टर वार में बीजेपी और जेडीयू एक दूसरे को मात देने में लगी है. सियासी गलियारे में पोस्टरों को देख कर तो यह भी हल्ला है कि इस संकल्प रैली को जेडीयू ने हाईजेक कर लिया है.
जेडीयू ने पटना की सड़कों पर रात भर में नया खेला खेल दिया है.जेडीयू ने बीजेपी, लोजपा समेत अन्य पार्टियों के होर्डिंग के ऊपर जेडीयू का झंडा टांग दिया है. जानकारों की माने तो जेडीयू इस रैली के दौरान खुद को बिहार में एनडीए में सबसे बड़ा दल साबित करने चाहती है. पटना की सड़कों पर लगे स्ट्रीट लाइट के जो पोल हैं उनके ऊपर जेडीयू ने अपना झंडा टांग कर यह मैसेज देने की कोशिश की है कि बिहार में नीतीश कुमार ही बड़े भाई की भूमिका में हैं.
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