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लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारी को लेकर रेस हुए नेता कोडरमा में भाजपा बदल सकती है प्रत्याशी

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लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारी को लेकर रेस हुए नेता कोडरमा में भाजपा बदल सकती है प्रत्याशी

सिटी पोस्ट लाइव, कोडरमा: पूरे देश में लोकसभा चुनाव की तैयारी अब शुरू हो रही है। कोडरमा संसदीय क्षेत्र में भी चुनाव की आहट और चैक चैराहों पर चर्चा चलने लगी है। ऐसे में जहां विभिन्न राजनीतिक दल उम्मीदवारों के चयन को लेकर बैठकों का दौर चला रहे हैं वहीं नेता भी अपनी उम्मीदवारी को लेकर रेस हो रहे हैं। कोडरमा संसदीय क्षेत्र में पिछली बार साल 2014 में भाजपा के रवीन्द्र राय ने भाकपा माले के राजकुमार यादव को हराया था। परन्तु इस हारजीत में यह महत्वपूर्ण दिखा था कि छह विधान सभा सीटों वाले इस संसदीय क्षेत्र में चार में भाजपा भाकपा माले से पीछे थी और कोडरमा व बरकट्ठा विधानसभा सीट पर काफी अंतर से आगे होने के कारण भाजपा को निर्णायक बढत मिली थी।
झाविमो और भाकपा माले से प्रायः उम्मीदवारी तय
इस बार एक बार फिर झारखंड विकास मोर्चा से बाबूलाल मरांडी उम्मीदवार होंगे, ऐसा कार्यकर्ताओं का मानना है। इस हिसाब से पार्टी कार्यकर्ताओं ने अपनी तैयारी भी शुरू कर दी है। मरांडी साल 2004 से 2014 तक यहां से सांसद रह चुके हैं। वहीं भाकपा माले भी राजकुमार यादव को ही अपना प्रत्याशी बनायेगी, यह लगभग तय है। यादव अभी धनवार विधानसभा क्षेत्र से विधायक भी हैं।
भाजपा से प्रत्याशी बदलने की चर्चा, कई दावेदार
भारतीय जनता पार्टी इस बार अपना प्रत्याशी बदलेगी, ऐसी चर्चा है। पिछली बार भी रवीन्द्र कुमार राय बमुश्किल पार्टी से प्रत्याशी बन पाए थे। वहीं पांच साल के दौरान कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद नहीं होने का भी उनपर आरोप लगता रहा है। संसदीय क्षेत्र के कोडरमा और बरकट्ठा, दो विधानसभा को छोड दें तो अन्य चार विधान सभा सीटों जमुआ, बगोदर, गांडेय और धनवार में पार्टी की स्थिति पहले से बेहतर नहीं हुई है। फिर भी राजनीतिक पकड और अपनी शैली से विरोधियों को परास्त करने में माहिर रवीन्द्र कुमार राय एक बार पुनः पार्टी उम्मीदवार बन सकते हैं। कोडरमा की विधायक और प्रदेश की शिक्षा मंत्री डा नीरा यादव की चर्चा पार्टी से सांसद उम्मीदवार के रूप में हो रही है। हालांकि कार्यकर्ताओं का एक बडा वर्ग उनसे नाराज है जो उनके उम्मीदवार नहीं बनाए जाने का एक बडा कारण बन सकता है। वहीं पिछली बार बरही के कांग्रेस विधायक मनोज यादव को भाजपा से प्रत्याशी बनाए जाने की बात हुई थी और एक बार फिर उनके नाम की चर्चा राजनीतिक गलियारे में हैं। वहीं एक नया नाम भाजपा से प्रत्याशी के रूप में प्रणव वर्मा का सामने आया है। वर्मा कोडरमा से भाजपा से पांच बार सांसद रहे स्व. रीतलाल प्रसाद वर्मा के पुत्र हैं, जिन्होंने पिछला चुनाव झाविमो से लडा था। इसके साथ भी जातिगत समीकरण है तो वहीं युवा वर्ग के साथ ही पुराने भाजपा कार्यकर्ताओं का समर्थन और सहयोग भी इन्हें हासिल होगा। इनके अलावा बरकट्ठा के पूर्व विधायक अमित यादव, गांडेय के विधायक जयप्रकाश वर्मा के नामों की भी राजनीतिक गलियारे में चर्चा होती है। चुनाव को लेकर जैसी स्थिति है पार्टी आलाकमान और रणनीतिकार कोडरमा सीट पर अधिक गम्भीर होंगे, क्योंकि यह सीट भाजपा की परम्परागत सीट रही है।
प्रणव वर्मा ने झाविमो से इस्तीफा दिया
झारखंड विकास मोर्चा के केंद्रीय सचिव प्रणव वर्मा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को भेजे अपने त्यागपत्र में उन्होंने कहा है कि झाविमो का गठन भय, भूख और भ्रष्टाचार तथा गलत नीतियों से लड़ने के लिए हुआ था, परंतु पिछले कुछ समय से पार्टी अपने मूल सिद्धांत से भटक चुकी है। ऐसे में मेरे जैसे राष्ट्रवादी और स्वाभिमानी व्यक्ति को घुटन महसूस हो रही है। उन्होंने कहा कि अब पार्टी में बना रहना उचित प्रतीत नहीं हो रहा है। पार्टी पद के साथ-साथ प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे रहा हूं। वर्मा पिछले लोकसभा चुनाव 2014 में झारखंड विकास मोर्चा से कोडरमा से चुनाव लड़ चुके हैं। माना जाता है कि वे जल्द ही भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं।

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