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कस्तूरबा विद्यालयों में छात्राओं का यौन शोषण, शिकायतों में दिल दहलाने वाले खुलासे

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कस्तूरबा विद्यालयों में छात्राओं का यौन शोषण, शिकायतों में दिल दहलाने वाले खुलासे

सिटी पोस्ट लाइव : महिला सशक्तीकरण और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की परिकल्पना झारखंड के कुछ कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में यौन एवं आर्थिक अपराधियों की भेंट चढ़ गई है। ये विद्यालय अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग, मानव तस्करी से मुक्त कराई गई बीपीएल परिवारों की बच्चियों का मुख्य ठौर है। यहां छठी से 12वीं कक्षा तक निश्शुल्क शिक्षा, पोशाक से लेकर आवास तक की व्यवस्था है। ऐसे में अभिभावक बहुत उम्मीदों के साथ अपनी बच्चियों को स्कूल प्रबंधन के हवाले कर जाते हैं, परंतु यह मानना की उनकी बेटियां यहां सुरक्षित है, भूल होगी। इन बेटियों के रक्षक ही उनके भक्षक बन रहे हैं। एनसीपीसीआर (राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग) के पास ऐसे 10 विद्यालयों की रिपोर्ट पहुंची है, जो महिला सशक्तीकरण और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की परिकल्पना झारखंड के कुछ कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में यौन एवं आर्थिक अपराधियों की भेंट चढ़ गई है। ये विद्यालय अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग, मानव तस्करी से मुक्त कराई गई बीपीएल परिवारों की बच्चियों का मुख्य ठौर है।करने वाली है। रिपोर्ट के मुताबिक यहां संविदा पर कार्यरत पुरुष लेखापाल न सिर्फ बच्चियों से कपड़े धुलवाते हैं और मालिश करवाते हैं, बल्कि उनके साथ छेड़छाड़ यहां तक की दुष्कर्म भी करते हैं। विभिन्न स्रोतों से पहुंची इस तरह की रिपोर्ट से एनसीपीसीआर भौंचक है। एनसीपीसीआर ने इस मामले को न सिर्फ गंभीरता से लिया है, बल्कि प्रधान सचिव, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग को पत्र लिखकर मामले की जांच और दोषियों के विरुद्ध हुई कार्रवाई से अवगत कराने को कहा है। मुख्य सचिव और डीजीपी को भी शिक्षा के मंदिर में चल रहे इस कुकृत्य पर अंकुश लगाने को कहा है।

दशकों से एक ही जगह जमे हैं लेखापाल : एनसीपीसीआर की रिपोर्ट के अनुसार लेखापाल दशकों से एक ही विद्यालय में जमे हैं, जिससे उनका रवैया मनमाना हो गया है। वे छात्राओं की हकमारी कर अवैध तरीके से लाखों का फंड अर्जित कर रहे हैं। 12 हजार से 14 हजार मासिक पर कार्यरत इन लेखापालों के पास चार पहिया वाहन, आलीशान घर, जमीन-जायदाद हैं।

इन जिलों में संचालित विद्यालयों की पहुंची रिपोर्ट : एनसीपीसीआर के पास गढ़वा, रांची और खूंटी के दो-दो विद्यालयों के अलावा हजारीबाग, बोकारो, रामगढ़ एवं गुमला के विभिन्न प्रखंडों में संचालित स्कूलों से इस तरह की शिकायतें पहुंची हैैं। गढ़वा जिले में स्थित विद्यालय से छेड़छाड़ और छात्रा से दुष्कर्म, खूंटी जिले से बच्चियों   से कपड़े धुलवाने और मालिश करवाने, रांची जिला स्थित स्कूल के वार्डेन से दुष्कर्म और बच्चियों से छेड़छाड़ आदि की शिकायतें पहुंची है।

पूरी रिपोर्ट उपलब्ध : छात्राओं के यौन शोषण और लेखापालों के काले कारनामों की पूरी रिपोर्ट दैनिक जागरण के पास है लेकिन उसका विवरण नहीं दिया जा रहा है। इसका कारण छात्राओं के सम्मान की रक्षा और सुरक्षित भविष्य की कामना है।

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