गंगा जमुनी तहजीब: बिहार के गया में मुस्लिम बने यज्ञ के आयोजनकर्ता
इस इलाके में लगभग 50 से 60 घर मुसलमानों का है , वही 8 से 10 घर हिंदू रहते हैं
सिटी पोस्ट लाईव : बिहार के गया में मुसलमानों ने गंगा जमुनी तहजीब का नायाब मिसाल पेश किया है. मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र गया जिला के गुरारू में देवी मंदिर की स्थापना के लिए मुसलमानों ने तकरीबन डेढ़ कट्ठा जमीन और ₹4 लाख नगद , मंदिर निर्माण के लिए देकर हिंदुस्तान की गंगा जमुनी तहजीब को बरकरार रखा है.मंदिर स्थापना और जमीन के अलावे संपूर्ण खर्च मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र के मुसलमान भाइयों ने उठाया है.
इस इलाके में लगभग 50 से 60 घर मुसलमानों का है , वही 8 से 10 घर हिंदू रहते हैं. कई वर्षों से गुरारू के बुद्ध पुर गांव में देवी स्थल जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पड़ा हुआ था. 8 – 10 की संख्या में रहे हिंदू परिवारों ने मुस्लिम भाइयों से देवी स्थल के जीर्णोद्धार की मंशा उनके सामने रखी थी. मुसलमान भाइयों ने मिलकर निर्णय लिया कि सिर्फ जीर्ण देवी स्थल का उद्धार ही नही होगा , बल्कि भूमि भी वो लोग देंगे और एक भव्य देवी स्थान का निर्माण होगा.
निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर मुसलमानों के सहयोग से शुरू हुआ और उन्हीं के सहयोग से अखंड कीर्तन , जल कलश यात्रा , मंदिर में देवी की प्राण प्रतिष्ठा , सभी कार्य मुसलमान भाइयों के सहयोग से संपन्न हो रहा है.बिहार के गया में गुरारू के बुद्ध पुर गांव में मुसलमानों ने आपसी भाईचारा , सांप्रदायिक सौहार्द और गंगा जमुनी तहजीब की प्रेम की धारा बहायी है. ऐसी मिसाल आज इन लोगों ने पेश कर समाज में टूट रहे आपसी भाईचारा के कच्चे धागे को फिर से जोड़ने की कोशिश इस गांव के मुस्लिम बाहुल्य लोगों ने की है.
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