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नागालैंड चुनाव के जरिये JDU बनेगी राष्ट्रीय पार्टी.

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सिटी पोस्ट लाइव : जनता दल यूनाइटेड को राष्ट्रीय पार्टी बनाने की जोरदार कोशिश जारी है.बताया जा रहा है कि JDU को राष्ट्रीय पार्टी बनने के लिए नागालैंड विधान सभा चुनाव में या तो छह प्रतिशत वोट या तीन उम्मीदवारों की जीत होनी चाहिए, तभी उसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल सकेगा.इस टारगेट को प्राप्त करने के लिए JDU के नेशनल प्रेसिडेंट राजीव रंजन ललन सिंह ऐड़ी-छोटी का जोर लगाये हुए हैं.ललन सिंह ने बताया कि JDU का संगठन और जनाधार लगातार बढ़ रहा है और पूरी पार्टी इसमें मजबूती से लगी हुई है.

ललन सिंह के अनुसार हाल के दिनों में जब सदस्यता अभियान चला उसमें JDU से लगभग 75 लाख लोग जुड़े.उन्होंने कहा कि इससे समझा जा सकता है कि JDU और नीतीश कुमार कि लोकप्रियता कैसे बढ़ रही है. आज भी वो जनाधार हमारे साथ है और नागालैंड में उसकी स्पष्ट तस्वीर दिखेगी. नागालैंड में हमारी सीधी टक्कर बीजेपी के साथ होगी इसके पहले भी हमारे उम्मीदवार ने बीजेपी को कड़ी टक्कर दी थी.गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में ललन सिंह से कहा था की अब ललन जी जदयू को राष्ट्रीय पार्टी बनाए, यह इनके ऊपर जिम्मेदारी है और उम्मीद है की जदयू इनके अगुवाई में राष्ट्रीय पार्टी बनेगी.

JDU को राष्ट्रीय पार्टी बने इसे लेकर JDU की नजर नागालैंड विधान सभा चुनाव पर टिकी हुई है . ललन सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय पार्टी बनने के लिए JDU को जितने प्रतिशत वोट और उम्मीदवार को जीत की दरकार है उतने वोट नागालैंड में मिल जाएंगे.ललन सिंह ने कहा, नागालैंड में हमारी पार्टी संगठन के साथ-साथ नेता और कार्यकर्ता भी काफी मजबूत हैं और इसका फायदा आने वाले चुनाव में मिलेगा. नागालैंड में जदयू कितने सीट पर चुनाव लड़ेगी, कौन-कौन उम्मीदवार होंगे और किनसे गठबंधन होगा ये सब नागालैंड के जदयू नेताओं से मिलकर उनकी राय से तय होगा.

नागालैंड में पिछली बार भी जदयू को 5 से 6 प्रतिशत वोट मिले थे, जो ये बताता है कि JDU का जनाधार नागालैंड में कितना मजबूत है.नागालैंड ही नहीं, बल्कि पूरे नार्थ ईस्ट में जदयू कानार्थ ईस्ट में JDU का मजबूत जनाधार होने का दावा ललन सिंह ने किया है.मणिपुर सहित कई राज्यों में JDU ने बेहतर प्रदर्शन किया था और अच्छी संख्या में मणिपुर में सीट भी जीती थी. लेकिन, बीजेपी ने उन्हें तोड़ लिया वो भी तब जब वो हमारे साथ गठबंधन में थे, लेकिन उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है.

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