खूंटी : केन्द्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री और खूंटी के सांसद अर्जुन मुंडा ने कहा है कि प्रत्येक जिले में बनने वाला अमृत सरोवर ऐसा बने, जो अगली पीढ़ी की आवश्यकताओं को पूरा करे। हमें जल संरक्षण पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। साथ ही यह भी ध्यान रखें कि सरोवर के प्राकृतिक जल स्रोत में कोई बाधा नहीं हो। शहरों में तालाब को भरकर बिल्डिंग बन रही हैं, उसपर रोक लगे।
वे शुक्रवार को विकास कार्यों की जानकारी के लिए खूंटी लोकसभा के खूंटी, सिमडेगा, गुमला, सरायकेला-खरसावां, पूर्वी सिंहभूम और रांची जिले के उपायुक्तों और अन्य वरीय अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक को संबोधित कर रहे थे। मुंडा ने नौ जून को भगवान बिरसा मुंडा के शहादत दिवस के अवसर पर इन जिलों में होने वाले कार्यक्रमों के बारे में जानकारी ली।
उन्होंने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर सभी जिलों में बड़ा कार्यक्रम करने का आग्रह किया, जिसमें युवाओं की भागीदारी हो। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ये सभी जनजाति बहुल और आकांक्षी जिले हैं। इन जिलों में रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और आधारभूत संरचना के लिए जनजातीय कार्य मंत्रालय अन्य मंत्रालयों के सहयोग से योजना और आवश्यक संसाधन उपलब्ध करा सकता है। इसके लिए जिले के उपायुक्त योजना भेज सकते हैं।
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में क्षेत्रीय भाषाओं के माध्यम से पढ़ाई पर विशेष जोर दिया गया है। यहां जनजातीय एवं अन्य क्षेत्रीय भाषाओं को जोड़ने के लिए काम करना चाहिए। मंत्रालय जनजातीय समाज के स्वास्थ्य के लिए वृहद योजना बना रही है। बैठक में सभी जिलों के उपायुक्तों ने अपने अपने जिले में चल रही विकास योजनाओं के बारे में जानकारी दी।
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