सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सरकार की ओर से स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह (लॉक डाउन) लागू की गई है। इसका सख्ती से पालन कराने के लिए झारखंड पुलिस दिन रात अपनी जान की परवाह किए बगैर सड़कों पर तैनात है। इस कोरोना महामारी में जहां एक ओर माता पिता को बच्चे छोड़कर चले जा रहे हैं। वहीं, बच्चों को माता-पिता छोड़कर चले जा रहे हैं। ऐसे कठिन परिस्थिति में भी 24 घंटे झारखंड पुलिस अपनी ड्यूटी में लगी हुई है। फर्ज निभाने के दौरान अब तक कोरोना काल में 34 पुलिसकर्मियों की मौत हो चुकी है। लगभग 600 पुलिसकर्मी संक्रमित हैं। बावजूद इसके लोग लगातार स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह का उल्लंघन कर रहे हैं। पूरे राज्य में स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह का उल्लंघन करने पर 16 मई से अब तक बीते 10 दिनों में 554 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि स्वास्थ सुरक्षा सप्ताह का उल्लंघन करने पर राज्य में 136 एफआईआर दर्ज की गई है।
अब तक आठ हजार 155 लोगों ने स्वास्थ सुरक्षा सप्ताह (लॉकडाउन) का उल्लंघन किया है। इस दौरान राज्य के सात हजार 715 स्थानों पर पुलिस की ओर से जांच अभियान चलाया गया। लॉकडाउन से संबंधित उल्लंघन मामले में 48 लाख नौ हजार 290 रुपये जुर्माना वसूला गया। साथ ही सार्वजनिक स्थान पर बिना मास्क पहने वाले 27 हजार 534 लोगों की जांच की गयी। बिना मास्क पहने लोगों से अब तक 15 लाख 99 हजार 20 रुपये वसूला गया। स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह और बिना मास्क के कुल जुर्माना 62 लाख 72 हजार 200 रुपये वसूला गया है। स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के उल्लंघन को लेकर राज्य में आठ प्राथमिकी दर्ज की गयी है। एडीजी अभियान एवं पुलिस प्रवक्ता आरके मलिक ने मंगलवार को बताया कि स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह का सख्ती से पालन कराने के लिए झारखंड पुलिस दिन रात जुटी हुई है। पुलिस की ओर से सरकार के दिशा निर्देशों का कड़ाई से पालन कराने के लिए लगातार विशेष अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।
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