छात्रों को पूर्णाक से अधिक अंक के मिलने की शिकायत पर बिहार बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा कि यह गलत है.उन्होंने कहा कि जिन छात्रों ने इस वर्ष इम्प्रूवमेंट श्रेणी में परीक्षा दी है उनके रिजल्ट में ही यह दर्शा रहा है. ऐसे स्टूडेंट्स के अंक की तुलना पिछले वर्ष से की जाती है और दोनों वर्षो की तुलना के बाद मार्क्सशीट पर ज्यादा अंक को ही दर्शाया जाता है.उन्होंने कहा कि यह बिहार बोर्ड का यह नियम शुरु से है.
सिटी पोस्ट लाईव :बिहार बोर्ड के इंटर के रिजल्ट में गड़बड़ी की शिकायत को लेकर छात्रों का विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा.आज बुधवार को भी छात्रों ने बोर्ड के बाहर बोर्ड के अध्यक्ष के खिलाफ कारवाई और फिर से कॉपी जांच की मांग को लेकर प्रदर्शन किया.लेकिन बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने इंटर रिजल्ट में गड़बड़ी के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. बुधवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि स्टूडेंट्स गलतफहमी के शिकार हैं और जो अंक के मामले में शंका है उसे ऑनलाइन आवेदन से दूर किया जा सकता है.
छात्रों को पूर्णाक से अधिक अंक के मिलने की शिकायत पर उन्होंने कहा कि यह गलत है.उन्होंने कहा कि जिन छात्रों ने इस वर्ष इम्प्रूवमेंट श्रेणी में परीक्षा दी है उनके रिजल्ट में ही यह दर्शा रहा है. ऐसे स्टूडेंट्स के अंक की तुलना पिछले वर्ष से की जाती है और दोनों वर्षो की तुलना के बाद मार्क्सशीट पर ज्यादा अंक को ही दर्शाया जाता है.उन्होंने कहा कि यह बिहार बोर्ड का यह नियम शुरु से है. इस बार परीक्षा का पैटर्न बदला गया था जिसके कारण छात्रों को गलतफहमी हुई है. छात्रों के नाम और लिंग में गलती पर उन्होंने कहा कि यह संबंधित स्कूल से हुआ है. बिहार बोर्ड की इसमें कोई गलती नहीं है.
आनंद किशोर ने कहा कि जिन छात्रों ने प्रतियोगी परीक्षाओं में उर्तीण हैं और उनके अंकों में त्रुटि है तो उनके लिए विशेष व्यवस्था की व्यवस्था की गई है और स्क्रूटिनी के दौरान उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी.बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा कि अफवाह फैलाने से छात्र भ्रमित हो रहे हैं.बोर्ड के रिजल्ट में कोई गड़बड़ी या धांधली नहीं हुई है .जो भी शिकायतें हैं,उसे प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जा रहा है.
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