रामकृष्ण मिशन आध्यात्मिक संस्था होने के साथ जन-सेवा के कार्यों की दिशा में सतत प्रयासरत: द्रौपदी मुर्मू
सिटी पोस्ट लाइव, जमशेदपुर: झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने रामकृष्ण मिशन, जमशेदपुर द्वारा उन्हें अवगत कराया गया कि उनके द्वारा जमशेदपुर शहर में विभिन्न स्तर के 16 स्कूलों का संचालन किया जाता है, जिसमें12 हजार से अधिक विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे है। 110 लड़कों के लिए छात्रावास है, जिसमें 65 लड़के अनुसूचित जनजाति और 45 लड़के अनुसूचित जाति एवं अन्य पिछड़े समुदायों के हैं। 200 झुग्गी-झोपड़ी के बच्चों के लिए एक गैर-औपचारिक स्कूल है। रामकृष्ण मिशन, जमशेदपुर की इन गतिविधियों को जानकर मुझे अत्यन्त प्रसन्नता हुई। देखा गया है कि यहाँ के छात्र संस्कारी और विनम्र होते हैं।
राज्यपाल रविवार को जमशेदपुर के साकची स्थित रामकृष्ण मिशन के नए हॉस्टल का उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रही थी। यह हॉस्टल ग्रामीण छात्रों के लिए बनाया गया है । उन्होंने कहा कि यह छात्रावास भवन झारखंड राज्य के आदिवासी और पिछड़े वंचित वर्ग के 120 लड़कों को समायोजित करेगा। इसके लिए उन्होंने छात्रावास बनाने में 2.14करोड़ रुपये सहयोग करने के लिए रेल विकास निगम लिमिटेड को बधाई दी।
राज्यपाल ने कहा कि रामकृष्ण मिशन आध्यात्मिक संस्था होने के साथ जन-सेवा के कार्यों की दिशा में सतत प्रयासरत है, चाहे वह किसानों को उन्नत कृषि तकनीक का प्रशिक्षण देने का प्रश्न हो या शिक्षा, स्वास्थ्य आदि जैसे अहम विषय हो। रामकृष्ण मिशन अपने साप्ताहिक मोबाइल मेडिकल यूनिट के द्वारा पूर्वी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां जिलों के विभिन्न स्थानों पर अपने छह क्लीनिकों के माध्यम से निःशुल्क चिकित्सा उपचार करने के साथ वार्षिक रक्तदान शिविर का भी आयोजन करता है। इस अवसर पर मैं कहना चाहूंगी कि कोरोना काल के कारण संभवतः ठसववक ठंदा में ठसववक की कमी हुई है। यह संस्था रक्तदान में अग्रणी भूमिका का निर्वहन करें ताकि किसी भी व्यक्ति की मृत्यु रक्त न मिलने की वजह से न हो।
उन्होंने कहा कि इन छात्रों के लिए एक प्लेसमेंट सेल का गठन किया जाए ताकि इन बच्चों को पढ़ाई के बाद रोजगार मिल सके। रामकृष्ण मिशन द्वारा विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। खासकर ग्रामीण बच्चों के कल्याण के लिए रामकृष्ण मिशन पूरी तरह से समर्पित है।
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