सिटी पोस्ट लाइव, वाराणसी: प्रख्यात शिक्षाविद पं. दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर के पूर्व कुलपति प्रो. बेनी माधव शुक्ल (98) रविवार को पंचतत्व में विलीन हो गये। हरिश्चंद्रघाट पर उनका अन्तिम संस्कार किया गया। छोटे पुत्र कृष्णकांत शुक्ल ने मुखाग्नि दी। इस दौरान घाट पर नगर के शिक्षाविदों के साथ साथ बीएचयू के प्रोफेसर, अफसर और बड़ी संख्या में शुभचिंतक भी मौजूद रहे। प्रो. शुक्ल के निधन पर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी शोक जताया है। लम्बे समय से बीमार चल रहे प्रो. शुक्ल ने शनिवार देर रात करौंदी स्थित नन्दनगर कॉलोनी के अपने आवास पर अन्तिम सांस ली। इसकी जानकारी होने पर आवास पर अलसुबह से ही शोक संवेदना जताने के लिए नगर के शिक्षाविदों, बीएचयू के प्रोफेसरों, अफसरों और शुभचिंतकों की भीड़ उमड़ पड़ी। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी ट्वीट कर प्रो. शुक्ल के निधन पर शोक जताया।
उन्होंने ट्वीट में लिखा कि गोरखपुर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति एवं बीएचयू के रसायन विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. बेनी माधव शुक्ल जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। प्रभु श्रीराम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें। एवं परिजनों को इस आघात को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने भी प्रो. शुक्ल के आवास पर जाकर शोक जताया। खास बात यह है कि प्रो. शुक्ल की धर्मपत्नी प्रो. अन्नपूर्णा शुक्ला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चुनाव में उनका प्रस्तावक रही। नामांकन के दौरान प्रधानमंत्री ने आत्मीयता के साथ प्रो.अन्नपूर्णा शुक्ला का पैर छूकर आशीर्वाद लिया था। प्रो. शुक्ल अपने पीछे वयोवृद्ध पत्नी प्रो.अन्नपूर्णा शुक्ला, चार बेटों और पौत्र-पौत्रियों का भरा पूरा परिवार छोड़ गये हैं।
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