सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में बढ़ते कोरोना के प्रकोप के बीच विधानसभा चुनाव की तैयारी में चुनाव आयोग जोरशोर से जुटा है. कोरोना काल को लेकर चुनाव आयोग बेहद गंभीर है और कई तरह के इंतजाम में लगा है. यही नहीं समय से चुनाव कराने के लिए अब आयोग ने स्थिति साफ कर दी है. मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव को तय वक्त पर करवाने के लिए चुनाव आयोग, राज्य और जिला प्रशासन तैयारियां कर रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना संक्रमण को लेकर कई तरह के दिशा निर्देश भी जारी किए गए हैं और चुनाव प्रक्रिया के दौरान इनका पालन करना होगा.
बिहार के मुख्य चुनाव आयुक्त ने राज्य में 33797 एक्स्ट्रा पोलिंग बूथ बनाने का फैसला किया है. बता दें कि इससे पहले चुनाव आयोग ने एक बूथ पर मतदाताओं की संख्या 1000 निर्धारित कर दी थी, जबकि यह बिहार में यह आंकड़ा फिलहाल 1500 था. बिहार निर्वाचन आयोग के अतिरिक्त पोलिंग बूथ बनाने के फैसले के साथ ही बिहार में एक बूथ पर औसत वोटरों की संख्या 985 से घटकर 678 हो जाएगी. बता दें इससे पहले चुनाव आयोग ने कहा था कि नये सहायक बूथों में 3233 ऐसे बूथ हैं जिनकी स्थापना दो किमी के अंदर हो जिससे मतदाता आसानी से जाकर वहां पर मतदान कर सकें. निर्वाचन आयोग ने राज्य की सभी 38 जिलों की 243 विधानसभा क्षेत्रों में सहायक बूथ बनाने की स्वीकृति दी है. अब पश्चिम चंपारण जिले की नौ विस क्षेत्रों में कुल 1159 नये सहायक बूथों के गठन होने के बाद जिले में कुल बूथों की संख्या बढ़कर 3662 हो जायेगी. पूर्वी चंपारण जिले की 12 विस क्षेत्रों में बूथों की संख्या में 1686 का इजाफा हो जायेगा.
गौरतलब है कि महागठबंधन के घटक दल तो कोरोना काल में चुनाव टालने की मांग कर ही रहे हैं साथ ही NDA के सहयोगी दल एलजेपी नेभी कोरोना के संक्रमण के खतरे को देखते हुए चुनाव को आगे बढाने की मांग कर रही है. लेकिन जेडीयू और बीजेपी दोनों दल समय से चुनाव कराने के चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत किया है. वहीं चुनाव आयोग मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा के कोरोना वायरस के कारण मतदाताओं के चुनाव पर कोई प्रभाव ना पड़े इसके लिए एसएमएस, सोशल मीडिया, एडवर्टिजमेंट और टेलीविजन के माध्यम से लोगों को मतदान के बारे में जागरूक किया जाता रहेगा.
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