नीतीश कुमार के एजेंडे को चिराग पासवान ने कर दिया है खारिज.
समर्थकों से एकबार फिर से चिराग ने कहा-हर परिस्थिति के लिए तैयार रहें, हो सकता है बदलाव..
सिटी पोस्ट लाइव :एलजेपी सुप्रीमो चिराग पासवान जिस तरह से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं, उससे दो ही संदेश मिल रहा है कि या तो चिराग पासवान NDA छोड़ने का मन बना चुके हैं या फिर बीजेपी के ईशारे पर नीतीश कुमार पर दबाव बनाने की कोशिश में जुटे हैं. बिहार एनडीए में घमासान तेज होता जा रहा है.नीतीश कुमार से नाराज लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने एक बार फिर नीतीश के दबाव के सामने नहीं झुकने का खुला एलान कर दिया है.
अपने समर्थकों के साथ बैठक में चिराग पासवान ने नीतीश कुमार के चुनावी एजेंडे को खारिज कर दिया है. चिराग ने अपने समर्थकों को एक बार फिर से कहा है कि वे किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार रहें. मंगलवार को चिराग पासवान ने अपनी पार्टी के जिला से लेकर प्रदेश स्तर के तमाम नेताओं के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की थी. एलजेपी के सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक इस बैठक में चिराग पासवान ने नीतीश कुमार के रवैये को लेकर सख्त नाराजगी जाहिर की. चिराग पासवान ने अपने समर्थकों को फिर से कहा कि वे किसी परिस्थिति के लिए तैयार रहें. बिहार में गठबंधन का स्वरूप बदल भी सकता है.
दरअसल नीतीश कुमार की पार्टी ने बता दिया है कि इस बार का चुनाव में उसका एजेंडा लालू-राबड़ी के 15 साल बनाम नीतीश का 15 साल होगा. चिराग ने अपने समर्थकों के साथ बैठक में इस एजेंडे को खारिज कर दिया. उन्होंने नीतीश का नाम तो नहीं लिया लेकिन पूछा कि 15 साल बनाम 15 साल का नारा देने वाले बताये कि बाद के 15 साल में क्या हुआ. क्या नली-गली बनाना ही विकास है.अगर बाद के 15 साल में बिहार का विकास हुआ तो शिक्षा के लिए बाहर जाने वाले बिहार के बच्चों की तादाद क्यों लगातार बढ़ती जा रही है.इलाज के लिए बाहर जाने वालों की तादाद क्यों बढती जा रही है. राजस्थान के कोटा जैसे शहर में कई कोचिंग चल रहे हैं. वहां पढ़ने वाले बच्चे बिहारी हैं, टीचर बिहारी हैं और कई कोचिंग संचालक भी बिहारी हैं. फिर वे सब बाहर क्यों चले गये. क्यों नहीं पटना बिहार बन गया.
चिराग पासवान ने कहा कि बिहार में अगर गठबंधन चुनाव लड़ेगा तो एजेंडा भी गठबंधन का ही होगा. किसी व्यक्ति विशेष का एजेंडा नहीं चलेगा. चिराग ने कहा कि लोक जनशक्ति पार्टी ने बिहार के विकास के लिए बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट विजन डॉक्यूमेंट तैयार कराया है. लोक जनशक्ति पार्टी के उस एजेंडे को एनडीए के एजेंडे में शामिल करना ही होगा.
चिराग पासवान ने अपने समर्थकों से बात करते हुए साफ किया कि एनडीए में फिलहाल सीट शेयरिंग पर कोई बात नहीं हुई है. वे सीट की बात नहीं कर रहे हैं. वे बिहार के विकास की बात कर रहे हैं. उन्होंने अपनी भावना से बीजेपी के नेताओं को अवगत करा दिया है और उन्हें उम्मीद है कि बीजेपी के नेता लोक जनशक्ति पार्टी की भावना का सम्मान करेंगे.
चिराग पासवान ने फिर बिहार में स्वास्थ्य से लेकर कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाया. अपने समर्थकों से उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर बिहार की हालत बेहद खराब है.देश भर में बिहार की फजीहत हो रही है. चिराग ने एलजेपी नेताओं से कहा कि वे बिहार के लोगों की समस्याओं को लेकर अधिकारियों से बात करें. अगर फिर भी समस्या का समाधान नहीं हो तो उस मामले को सोशल मीडिया पर उजागर करें.उन्होंने कहा कि कोरोना से हालत बेकाबू होते जा रहे हैं. इस समय सबसे पहला काम लोगों की जान बचाना है.उन्होंने फिरहाल चुनाव टाल देने की मांग करते हुए कहा कि चुनाव तभी होना चाहिये जब ये तय हो जाये कि बिहार के लोगों से कोरोना का खतरा टल गया है.
Comments are closed.