दिल्ली से कुमार सुशांत की रिपोर्ट .
पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा , पटना साहिब से सांसद शत्रुघ्न सिन्हा और अरुण शौरी लगातार पार्टी नेतृत्व पर निशाने साध रहे हैं .ये सभी नेता किसी न किसी बहाने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर निशाना साधते रहते हैं. इनमे से दो नेता अरुण शौरी और शत्रुद्धन सिन्हा तो मोदी विरोधी नेताओं से भी मिलते रहते हैं .
बीजेपी ने अपने वरिष्ठ नेताओं के इस बगावती तेवरों पर अपना रुख साफ करते हुए कहा है कि उन्हें खुद पार्टी से इस्तीफा दे देना चाहिए .पार्टी उन्हें निकालने नहीं जा रही है .पार्टी अनुशासन समिति के अध्यक्ष गणेश लाल ने कहा है कि पार्टी से इस्तीफा देने के बाद वे जितनी चाहे, उतनी गालियां पार्टी को दे सकते हैं..
जाहिर है बीजेपी ने इन तीनों ही नेताओं के खिलाफ अभी तक किसी प्रकार की कार्रवाई करने का फैसला नहीं लिया है. पार्टी इसके बजाय यह चाहती है कि ये तीनों खुद ही पार्टी को अलविदा कह दें और इस्तीफा दे दें. अभी तक इन तीनों नेताओं के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हुई, इसका जवाब देते हुए गणेश लाल ने आगे कहा, ‘अमित शाह पहले ही कह चुके हैं कि शत्रुघ्न और यशवंत के बयान और सलाह ऐसे नहीं है, जिन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए.’
पार्टी में अनुशासन समिति अध्यक्ष ने कहा कि यशवंत के पार्टी पर हमलों के बावजूद उनके बेटे जयंत सिन्हा को केंद्रीय मंत्री बनाया गया.बीजेपी में रहना और उसे व उसके नेताओं को गालियां देना ठीक नहीं है. उन्होंने सवाल किया कि – आप इस्तीफा क्यों नहीं दे देते? आप इस तरह से बदजुबानी क्यों कर रहे हैं?’
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