बिहार सहित पूरे देश में रोडवेज का चक्का जाम, इमरजेंसी सेवाएं हड़ताल से मुक्त
सिटी पोस्ट लाइव : निजी परमिटों के विरोध व अन्य मांगों को लेकर मंगलवार को देशभर में चक्का जाम बुलाया गया है. इसका असर राजधानी पटना समेत पूरे राज्य में देखने को मिला. जानकारी के मुताबिक बिहार मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन की रविवार को मीठापुर बस स्टैंड में बैठक हुई. बस मालिकों की इस बैठक में पथ परिवहन सुरक्षा विधेयक और इसके तहत परमिट, निबंधन आदि फीस में बढ़ोतरी, पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के अंदर लाने और बस पर 5 फीसदी अधिकर टैक्स लगाने जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई. फेडरेशन ने सात अगस्त की हड़ताल का समर्थन किया था. इस हड़ताल को सफल बनाने के लिए सभी बसों का परिचालन छह अगस्त की आधी रात से ही बंद कर दिया गया.
बैठक में ऑल इंडिया रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स फेडरेशन के महासचिव राजकुमार झा समेत कई अन्य मौजूद थे. इसी को लेकर आज ऑटो रिक्शा, बस, टैक्सी, टैंक लोरी, मिनी बस, ट्रक, ऑटो मोबाइल, ट्रैक्टर, ऑटो डीलर, गैराज मिस्त्री समेत निजी गाड़ियों का परिचालन बंद है. परिवहन से जुड़े किसी भी गाड़ी का परिचालन नहीं होगा. हालांकि इमरजेंसी सेवाओं को इस हड़ताल से मुक्त रखा गया है. इस आवश्यक सेवाओं में बोलबम की गाड़ियां, एंबुलेंस, ऑक्सीजन की गाड़ी आदि शामिल हैं. इतना ही नहीं मरीजों को हॉस्पिटल पहुँचाने में संगठन मदद करेगी.
बता दें इस चक्का जाम का असर बिहार सहित पूरे देश देखने को मिल रहा है. जहां उत्तर प्रदेश में ट्रक से लेकर परिवहन बसों की हड़ताल से आम लोग परेशान हैं तो वहीं हरियाणा में बस और ट्रक के हड़ताल ने कारोबारियों के समस्या पैदा कर राखी है. बताते चलें हरियाणा में भी कई संगठनों ने सरकार से जोखिम भत्ता देने, तकनीकी वेतनमान देने, ठेके पर भर्ती चालकों को पक्का करने, पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करने, समान काम समान वेतन लागू करने जैसे कई मुद्दों को लेकर हड़ताल किया है.
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