सिटी पोस्ट लाइव, हजारीबाग: एनटीपीसी पकरी बरवाडीह के लिए कोयला खनन और ट्रांस्पोर्टिंग का काम करने वाली त्रिवेणी सैनिक माइनिंग लिमिटेड के एजीएम गोपाल सिंह हत्याकांड का खुलासा करने का दावा पुलिस ने किया है। सदर थाना में पुलिस उपाधीक्षक कमल किशोर ने सोमवार को पत्रकार वार्ता कर इस आशय की जानकारी दी।
त्रिवेणी सैनिक माइनिंग के एजीएम गोपाल सिंह की हत्या के लिए 27 नवंबर से ही रेकी की जा रही थी। पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि मुखिया उदय साव के निर्देश पर मुमताज अंसारी 27 नवंबर को ही हजारीबाग पहुंच गया था। मो. मुज्जमिल, शुभम व अनिल साव को हुरहुरू में लिए गए किराए के कमरे में रखवाया। इसी दिन शाम से मुमताज, मुज्जमिल एवं अंबेदकर गंझू मटवारी स्थित माधवन काॅम्पलेक्स के सामने से एजीएम गोपाल सिंह की गतिविधियों पर नजर रख रहे थे। 29 नवंबर को सोनू पंडित पहुंचा। उसे भी हुरहुरू में ही रखवाया गया। चार दिसंबर को घटना के दिन मुज्जमिल, अंबेदकर गंझू, सोनू पंडित मोटरसाइकिल से ऑटो में बैठे एजीएम का पीछा किया। विलंब हो जाने के कारण आते समय गोपाल सिंह की हत्या नहीं की जा सकी। जुल्लू पार्क में फ्लैट से बाहर आने के बाद पुनः ऑटो पर सवार होने के कारण अपराधियों ने अपने काम को अंजाम दिया और फरार हो गए।
एजीएम गोपाल सिंह की हत्या में शामिल शूटर मुमताज अंसारी पूर्व में भी हत्या के दो मामले में अभियुक्त है। मसौढ़ी थाना में कांड संख्या 577/17 एवं पुनपुन थाना कांड संख्या 193/18 मामले में वांछित अपराधी है। बताया गया कि यह बिजनौर उत्तर प्रदेश में पिट्टी मिस्त्री के रूप में काम करता था। इस हत्याकांड के खुलासे में सदर थाना प्रभारी नीरज कुमार सिंह, एएसआई संजय यादव, नसीम अख्तर सिद्दिकी, आरक्षी मनीष कुमार चंदेल सहित थाना के सुरक्षित बल ने सहयोग किया।
Comments are closed.