सिटी पोस्ट लाइव : फोन सेक्स और न्यूड कॉल का खेल देश में चल रहा है.इस खेल में बड़े बड़े लोग फंस रहे हैं.हुश्न के इस खेल में अधिकारी ,नेता और कारोबारी सब फंस रहे हैं.गुजरात में तो ऐसे मामले बहुत ज्यादा हो रहे हैं. सीआईडी के साइबर क्राइम सेल ने इसको लेकर अडवाइजरी जारी की है.अडवाइजरी में कहा गया है-अगर सोशल मीडिया पर आपको किसी खूबसूरत चेहरे वाली प्रोफाइल से फ्रेंड रिक्वेस्ट आती है तो उसे एक्सेप्ट करने से पहले एक बार सोच लें। सेफ डिस्टेंसिंग के इस दौर में ऑनलाइन इंस्टिमेसी ऑफर करने वाला शख्स आपको साइबर जबरन वसूली के जाल में फंसा सकता है. गुजरात में सरकारी अधिकारी से लेकर बिजनसमैन, नेता से लेकर प्राइवेट फर्म कर्मचारी कई फोन सेक्स और न्यूड कॉल के विक्टिम हो चुके हैं.
सीआईडी के हाल ही में एक सरकारी अधिकारी का केस सामने आया है. गुजरात सीआईडी के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘उन्हें फेसबुक पर 6 जून को एक अंजान महिला की ओर से रिक्वेस्ट आई. वे फ्रेंड बन गए और फिर महिला ने उन्हें फोन सेक्स का ऑफर दिया. इसके बाद महिला ने पीड़ित से 5 लाख रुपये की मांग रखी.सरकारी अधिकारी ने साइबरक्राइम सेल से संपर्क किया जिन्होंने मामले की छानबीन की. महिला का फोन नंबर ब्लॉक कर दिया गया. सरकारी अधिकारी ने मामले के सार्वजनिक हो जाने के डर से शिकायत नहीं दर्ज कराई. दो और सरकारी अधिकारियों को भी इसी तरह निशाना बनाया गया. साइबरक्राइम पुलिस के अधिकारी ने बताया कि अधिकतर कॉल पश्चिम बंगाल से आईं जबकि कुछ राजस्थान के भरतपुर से की गईं.
सिर्फ अहमदाबाद में, साइबरक्राइम सेल को पिछले 6 महीनों में 500 से अधिक ऐसी शिकायतें मिलीं हैं. एक अधिकारी ने बताया, ‘बढ़ते मामलों को देखते हुए पिछले हफ्ते अडवाइजरी जारी की गई और साइबरक्राइम पुलिस स्टेशन और साइबर रेंज पुलिस थानों में फॉरवर्ड किया गया।’ अडवाइजरी में कहा गया, ‘यह लोगों को ब्लैकमेल करने का नया ट्रेंड बन गया है. अगर कोई अंजान शख्स या महिला इस तरह के वीडियो कॉल के बाद पैसों की डिमांड करते हैं तो तुरंत नजदीकी साइबर क्राइम पुलिस थाने में संपर्क करें.’
पुलिस ने कहा कि लोगों को पुलिस से संपर्क करना चाहिए ताकि इस तरह के रैकेट को कम किया जा सके. एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘पिछले 6 से 8 महीने में इस तरह के केस बढ़े हैं. आमतौर पर लोग पुलिस से संपर्क करने में झिझक महसूस करते हैं. लोगों को समझना चाहिए कि अगर वे एक बार पैसे देंगे तो ब्लैकमेलर और डिमांड करेगा. इस तरह के केस में पुलिस आईपीसी की धारा 500 के साथ मानहानि और आईटी ऐक्ट की धाराओं के तहत शिकायत दर्ज सकती है.’
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