सिटी पोस्ट लाइव : शरद पूर्णिमा के अवसर पर डेहरी स्टेशन रोड स्थित झुनझुनवाला वाटिका में बुधवार को सत्संग एवं भंडारा का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य वक्ता के रूप में भागलपुर के संत आशुतोष बाबा उपस्थित थे. श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए संत आशुतोष बाबा ने कहा कि मन मनुष्य की सभी शक्तियों का स्रोत है. मन की शक्ति से ही मनुष्य जीतता है. और मन की दुर्बलता से मनुष्य की हार होती है. मन व्यक्ति के चेतन और अचेतन दोनों ही स्तर पर व्यक्ति के संपूर्ण व्यवहार और व्यक्तित्व को प्रभावित करता है.
मन की स्थिरता और शुद्धता से संकल्प को दृढता प्राप्त होती है. इसके विपरीत मन की चंचलता विनाश को आमंत्रित करती है. इसलिए जब तक मन को नहीं जीता जाता, तब तक मनुष्य के अंदर का राग व द्वेष कभी समाप्त नहीं होता. इसलिए संत कबीर ने कहा कि मन की मते ना चलिए, मन की मते अनेक, मन की जीत तो जीत हूँ, मन की हारे तो हार. मनुष्य वह प्राणी है जो मनुष्य को अच्छे और बुरे कर्म दिखाता है. इसलिए मनुष्य को अपने मन पर नियंत्रण रखना चाहिए. वही हरिद्वार से आए गुरुप्रसाद बाबा, सत्य प्रकाश बाबा, विवेकानंद बाबा, गुरु नंद बाबा ने भी अपने प्रवचन से भक्तों को मन को मोह लिया.
मंच का संचालन राजेंद्रपति तिवारी ने किया. सत्संग के समाप्ति के बाद भंडारा का आयोजन किया गया मौके पर महर्षि मेंहीं ध्यान योग आश्रम के अध्यक्ष सह मारवाड़ी समाज के अध्यक्ष पवन झुनझुनवाला भोला प्रसाद, बिहारी जी ,भिखारी राम, राजू सोनी, संतोष सोनी तथा मारवाड़ी समाज के संरक्षक संत शर्मा, सचिव वेद प्रकाश शर्मा ,चंदन शर्मा, मीना झुनझुनवाला ,गोपाल झुनझुनवाला अर्जुन केसरी श्रवण कुमार अटल सहित अन्य सैकड़ों की संख्या में भक्तगण मौजूद रहे एवं प्रवचन का लाभ उठाया।
रोहतास से विकाश चन्दन की रिपोर्ट
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