कानून एवं व्यवस्था नीतीश जी की यूएसपी, आंकड़े इसकी पुष्टि करते हैं : जदयू
सिटी पोस्ट लाइव : जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने राज्य में कथित बिगड़ते कानून एवं व्यवस्था का हौव्वा खड़ा करके लगातार बिहार की छवि खराब करने की असफल चेष्टा करने वाले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो द्वारा वर्ष 2018 के लिए बिहार में प्रति लाख व्यक्तियों पर अपराध के आंकड़े जारी करने के बाद राज्य पुलिस महानिदेशालय द्वारा इसके विश्लेषण के जरिए करारा जवाब मिल गया है।
उन्होंने कहा कि अब बिल्कुल स्पष्ट है कि 2017 के मुकाबले 2018 में आपराधिक घटनाओं में कमी आयी है। 2017 में जहाँ अपराध दर 223.9 थीं वहीं 2018 में यह घट कर 221.1 हो गया। इस प्रकार बिहार देश में भारतीय दंड विधान के अंतर्गत दर्ज कांडों के आधार पर प्रति लाख व्यक्तियों पर अपराध की तालिका में 23 वें नम्बर पर है। वहीं महिलाओं के विरुद्ध उत्पीड़न के दर्ज मुकदमे राष्ट्रीय औसत से आधी हैं। महिलाओं की सुरक्षा के सवाल पर घड़ियाली आँसु बहाने वाले तेजस्वी यादव को समझ जाना चाहिए कि चूँकि महिलाओं के उत्पीड़न की तालिका में बिहार 29 वें नम्बर पर है, इसलिए अब इस पर उनकेलिए सियासत आसान नहीं होगा।वहीं महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामलों में राज्य देश में 33 वें स्थान पर है।
राजीव रंजन ने कहा कि शराबबंदी के बाद दंगों एवं झड़पों में तो कमी आयी है। हत्या एवं डकैती के मामलों में क्रमश 11 वें एवं 16 वें स्थान पर बिहार है। लूट,गृहभेदन एवं चोरी की घटनायें तो देश के अन्य राज्यों के मुक़ाबले बेहद कम हैं ही, अपहरण एवं फिरौती के लिए अपहरण के मामलों में क्रमशः पंद्रहवें एवं अंतिम स्थान पर बिहार देश की तालिका में है। उन्होंने कहा कि राज्य में विपक्ष का रवैया बेहद गैर जिम्मेदाराना है। झूठ और अफवाहों के बल पर सत्य को पराजित नहीं किया जा सकता है।
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