गुस्से की आग में आवास सहायक हुआ बेकाबू. लात-घूसों और जूते-चप्पलों से बीडीओ की कर दी धुलाई. जिलाधिकारी किया पुलिस के हवाले. नौकरी पड़ी खतरे में.
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार शरीफ समाहरणालय में उस वक्त अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया जब आवास सहायक ने हरनौत के प्रखंड विकास पदाधिकारी देवेंद्र कुमार के साथ मारपीट करनी शुरू कर दी. आवास सहायक ने लात-घूसों और जूते चप्पलों से अचानक उनपर हमला बोल दिया. बीडीओ को पिटता देख सुरक्षाकर्मी दौड़े और बीडीओ को छुड़ाया. लेकिन तबतक आवास सहायक शक्ति कुमार ने उन्हें लात-घूसों से पीट-पीट कर घायल कर चूका था. शक्ति कुमार का आरोप है कि प्रखंड विकास पदाधिकारी के अनुशंसा के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था. निलंबन के 6 बीत चुके हैं, लेकिन ना तो उन्हें वेतन दिया जा रहा है और ना ही उनका निलंबन वापस लिया जा रहा है. जिसके कारण वे आर्थिक तंगी और मानसिक दबाव में चल रहे हैं. इसी कारण गुस्से में आकर उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारी के साथ मारपीट की.वही प्रखंड विकास पदाधिकारी देवेंद्र कुमार का कहना है कि आवास सहायक शक्ति कुमार पिछले 1 साल से ना तो कार्यालय आते हैं ना ही सही से कार्य करते हैं. इसीलिए उन्हें निलंबन करने की अनुशंसा की गई थी. निलंबन की प्रक्रिया के कारण उसने इस घटना को अंजाम दिया है. वही जिलाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन ने इस मामले को गंभीरता पूर्वक लेते हुए आवास सहायक को बिहार थाने के हवाले करते हुए प्राथमिकी दर्ज कर उसके संविदा को रद्द करने का निर्देश दिया है. शक्ति कुमार हरनौत प्रखण्ड के नेहुसा पंचायत के आवास सहायक के पद पर कार्यरत हैं. गौरतलब है कि आवास सहायक द्वारा उठाये गए इस कदम से न सिर्फ उनका भविष्य खतरे में पड़ गया है बल्कि उनकी नौकरी भी खतरे में है.
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