पुलिस को 30 मामलों में थी पीएलएफआई के जोनल कमांडर संतोष की तलाश
सिटी पोस्ट लाइव, रांची: गुमला जिला के कामडारा थाना क्षेत्र के आमटोली जंगल में हुई मुठभेड़ में घायल दस लाख का ईनामी उग्रवादी संतोष यादव को सोमवार को अहले सुबह रांची से गिरफ्तार किया गया हैं। इसके पास से बीस हजार रुपया और सात मोबाइल फोन बरामद किया गया हैं। ग्रामीण एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि रविवार को गुमला हुई मुठभेड़ में वह गोली लगने से घायल हो गया था। उस मुठभेड़ में पीएलएफआइ के तीन उग्रवादी मारे गये थे। उन्होंने बताया कि संतोष पीएलएफआइ के सुप्रीमो दिनेश गोप के बाद संगठन में दूसरे स्थान पर था। वह अपना इलाज रांची जिला के पंडरा स्थित घर में छिपकर करा रहा था। सटीक सूचना के आधार पर पुलिस बल एवं झारखण्ड जगुआर के जवानों ने छापामउसे गिरफ्तार कर लिया । उन्होंने बताया कि संतोष यादव उग्रवादी संगठन भाकपा माओवादी संगठन में शामिल होने के बाद चतरा जिला के चतरा सदर, सिमरिया, लावालौंग, कुन्दा और प्रतापपुर आदि क्षेत्रों में भाकपा माओवादी की गतिविधि में सक्रिय रूप से भाग लेने लगा। उसने सिमरिया थाना में भाकपा माओवादी संगठन के जोनल कमाण्डर अरविन्द भुईंया और अनुराग जी के नेतृत्व में सीआरपीएफ के गश्ती दल पर बगरा मोड़ के पास हमला कर एक जवान की हत्या कर दी थी। उसके बाद इसने जोनल कमाण्डर अजय गंझू के नेतृत्व में जिला पुलिस और सीआरपीएफ के दो पुलिस उपाधीक्षक सहित बारह पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी। इस घटना के बाद संतोष यादव ने माओवादी संगठन छोड़ दिया और हरियाणा के सिरसा टेंट हाउस में मजदूर का काम करने लगा।इसके बाद छह माह के बाद लौटा तथा खूंटी के रनिया में जेएलटी सुप्रीमों दिनेश गोप से मुलाकात होने पर संतोष जेएलटी में शामिल हो गया। जहां इसे चतरा, पलामू क्षेत्र का जोनल कमाण्डर बनाया गया। वह वर्षों तक दिनेश गोप के साथ जेसीबी, डंफर जलाने हटिया-राउरकेला के बीच पोकला स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक उड़ाने की घटना, जोरी में दो जीप जलाने की घटना, तथा अन्य कई वाहनों को आग लगाने की घटना में शामिल था। इसी जेएलटी संगठन अब पीएलएफआई के नाम से जाना जाने लगा है। वर्तमान में यह पीएलएफआई सुप्रीमों दिनेश गोप के साथ सिमडेगा एवं सुंदरगढ़ जिला के सीमांत क्षेत्रों में सक्रिय था। एसपी ने बताया कि इसके खिलाफ चतरा जिला के सिमरिया थाना में कुल छह काण्ड, कुन्दा थाना में एक, चतरा सदर थाना में छह, टंडवा थाना में एक, खूंटी के रनिया थाना में एक, रांची के सुखदेवनगर थाना एवं मैक्लुस्कीगंज थाना में एक, हजारीबाग के केरेडारी थाना में एक, लातेहार थाना में एक, चाईबासा के मनोहरपुर थाना में तीन, सिमडेगा के बानो थाना में तीन, आनंदपुर थाना में एक सहित पुरे राज्य में कुल 30 काण्ड अंकित है। उसका इलाज रिम्स में पुलिस देखरेख में कराया जा रहा है। गौरतलब है कि रविवार को गुमला में पीएलएफआइ और पुलिस में मुठभेड हुई थी। इसमें तीन उग्रवादी मारे गये थे।
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