पुलिस व बालू माफियाओं की मिलीभगत से चल रहा ओवर लोडिंग का गोरखधंधा
सिटी पोस्ट लाइव : रोहतास में इन दिनों बालू माफियाओं द्वारा ओवरलोडिंग का गोरखधंधा धड़ल्ले से जारी है. इस काम में कहीं न कही पुलिस की भी मिलीभगत शामिल दिखाई देती है. बता दें बालू के ओवर लोडिंग के धंधे से बिहार सरकार के राजस्व की भारी क्षति होती है. जिसे ये माफिया और पुलिस मिलकर खाती है. जानकारी के मुताबिक एक सप्ताह से बालू की अवैध कारोबार में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है, जिसके कारण इस माह के अंतिम में बालू के बंद होने की आशंका बढ़ गई है.बालू की अवैध लोडिंग के मामले में पूर्व में हुए ओवर लोडिंग के सभी रिकार्ड टूट चुके हैं. डेहरी बिक्रमगंज मुख्य पथ पर रात में चलना असंभव है. सैकड़ों ट्रक पथ पर बालू से ओवर लोड लदा खड़ा रहता है. ट्रकों से पानी लगातार गिरना लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन गया है. सड़क तो खराब हो ही रही है लेकिन इसके कारण सड़क पर गिरते पानी से घटना घटने की संभावनाएं भी बढ़ गई है.आज एसडीएम, एसडीपीओ बिक्रमगंज के नेतृत्व में 51 ओवरलोड बालू लदा ट्रक काराकाट थाना क्षेत्र में गस्ती में पकड़ा गया. पकड़े गए ट्रकों को प्रखंड मुख्यालय के परिसर व गोडारी बाजार मुख्य पथ व गोडारी पेट्रोल टंकी पर ट्रकों को खड़ा किया गया है. कुछ ट्रक चालकों से जानकारी ली गई तो बताया गया कि बालू घाट में 22 हजार से लेकर 25 हजार रायल्टी व लोडिंग के लिए एक मुश्त राशि ली जाती है.जबकि सरकारी रायल्टी व लोडिंग का 6 हजार से 8 हजार तक होना चाहिए. ओवर लोडिंग के मामले में बताया गया कि बालू घाट में अधिक राशि की वसूली की जाती है, उसी नुकसान की भरपाई के लिए ओवर लोडिंग की जाती है. जिस थाने से गुजरते है पांच सौ से एक हजार प्रति ट्रक से वसूली की जाती है.यदि रकम नहीं दी जाये तो ओवर लोडिंग में जुर्माना किया जाता है. इतना ही नहीं चालान पर दर्ज राशि का तीन से चार गुणा अधिक वसूला जाता है. गौरतलब है कि प्रशासन की ही लापरवाही का नतीजा है कि बालू माफिया आम लोगों से ज्यादा मुनाफा कमाती है.
रोहतास से विकाश चन्दन की रिपोर्ट
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