सिटी पोस्ट लाइव, गुमला: कामडारा के चर्चित सतेश्वर सिंह हत्याकांड में पुलिस ने प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के एरिया कमांडर कलेश्वर हजाम उर्फ टेम्पु हजाम (22) को गिरफ्तार किया है। वह ग्राम बकसपुर थाना जरियागढ़ जिला खूंटी का रहने वाला है। पूछताछ के क्रम में कलेश्वर हजाम उर्फ टेम्पु हजाम ने यह चौंकाने वाला खुलासा किया कि उनके टारगेट में जलेश्वर सिंह था,मगर गलतफहमी में निर्दोष सतेश्वर सिंह की हत्या हो गयी। उल्लेखनीय है कि 9 अगस्त को मुरूमकेला गांव में चल रहे फुटबॉल मैच के दौरान उग्रवादियों ने निर्दोष सतेश्वर सिंह की गोली मार कर हत्या कर दी थी। मृतक के पिता बुंदेश्वर सिंह उस क्षेत्र के जाने माने शिक्षा प्रेमी हैं और एक प्रेरक के रूप उन्होंने कामडारा ब्लॉक में साक्षरता को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाई है। इस संबंध में गुमला के पुलिस अधीक्षक हरदीप पी जनार्दनन ने अपने कार्यालय परिसर में आज संध्या मीडिया के सामने पीएलएफआई के एरिया कमांडर कलेश्वर हजाम उर्फ टेम्पु हजाम को प्रस्तुत किया । जनार्दनन ने बताया कि पीएलएफआई के जोनल कमांडर तिलकेश्वर गोप ने कलेश्वर हजाम व गोपाल होरो को जलेश्वर सिंह ग्राम मुरूमकेला को मारने का आदेश दिया था। उसके द्वारा व्हाट्सएप के माध्यम से जलेश्वर सिंह को फोटो जो मतदाता सूची से निकाला गया था, प्रेषित किया था। जलेश्वर सिंह का बताये गये हुलिया और फोटो के आधार पर गोपाल होरो व दो-तीन अन्य उग्रवादी 9 अगस्त को मुरूमकेला इंदडांड़ पहुंचे। वहां फुटबॉल मैच चल रहा था। मगर गलतफहमी में उग्रवादियों ने टेम्पो चालक सतेश्वर सिंह की गोली मार कर हत्या कर दी। मृतक के पुत्र त्रिपुरारी सिंह के लिखित शिकायत पर कामडारा थाना में अज्ञात के विरूद्ध आर्म्स एक्ट के तहत एक मामला दर्ज किया गया थी।
उन्होंने बताया कि उन्हें 19 अगस्त को गुप्त सूचना मिली कि लापुंग क्षेत्र का पीएलएफआई का एरिया कमांडर बकसपुर निवासी कलेश्वर हजाम उर्फ टेम्पु हजाम अपने समर्थकों से मिलने के लिए अरहरा गांव की ओर जा रहा है। इस सूचना के बाद अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दीपक कुमार के नेतृत्व में एक छापामारी दल का गठन किया गया। अरहरा मोड़ के पास इस दल को देख भाग रहे एक व्यक्ति को खदेड़ कर पकड़ लिया गया। पुछने पर उसने अपना नाम कलेश्वर हजाम उर्फ टेम्पु हजाम ग्राम बकसपुर बताया। उसने यह भी बताया कि वह संगठन का एरिया कमांडर है। उसने बताया कि वे लोग जलेश्वर सिंह को मारने गयें थे। मगर दूसरे दिन पता चला कि जलेश्वर सिंह की जगह गलतफहमी में सतेश्वर सिंह की हत्या हो गयी। पुलिस ने उसके पास से मतदाता सूची वाला जलेश्वर सिंह का फोटो व एक मोबाईल जब्त किया है।
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