सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के सीतामढ़ी जिले मे एक मुखिय़ा पति के दबंगई और उसके तालिबानी फैसले के सामने पुलिस भी नतमस्तक बनी हुई है। मामला सीतामढ़ी प्रखंड के रीगा प्रथंम पंचायत के मुखिया पति विन्देश्वर पासवान से जुड़ा है। जिसने एक युवक को मामूली विवाद को लेकर पंचायत बुलाकर उसको दो सौ डंडे मारने का सजा सुना दिया। भरी पंचायत मे मुखिया पति के आदेश का लोगो ने पालन किया और एक विक्षिप्त युवक को बेरहमी से दो सौ डंडे मारे गये।
बेरहमी से पिटाई के बाद युवक सुशील साह की हालत बुरी तरह से खराब हो गयी, जिसे इलाज के लिए स्थानीय पीएचसी मे भर्ती कराया गया. जहां उसकी हालत गंभीर होते देख उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। फिलहाल पीड़ित युवक की हालत बेहद नाजूक बनी हुई है और इलाज कराने के उसके पास पैसे नहीं है। इस मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली से आम लोग बेहद हैरान हैं। पुलिस ने पीड़ित युवक के द्वारा दर्ज शिकायत के आलोक में आरोपी मुखिया पति पर कोई कार्रवाई करने के बजाये उसे थाने से ही बेल दे दिया. इतना ही नहीं मुखिया पति के बयान पर पीड़ित युवक और उसके परिवार वालों पर अनुसूचित जाति उत्पीड़न का मामला दर्ज कर दिया।
घटना से गुस्साये लोगों ने गुरुवार रीगा थाना के इमली बाजार को जाम कर दिया और बीमार युवक को रास्ते पर रखकर प्रदर्शन करने लगे इतना ही नहीं आक्रोशित लोगों का जलूस थाने में पहुंचकर रीगा थानाध्यक्ष को सस्पेंड करने की मांग करने लगे। पुलिस के बयान के अनुसार भी युवक विक्षिप्त है. फिर किस तरीके से बेगुनाह लोगों पर पुलिस ने केश दर्ज किया ये समझ के परे है। विक्षिप्त युवक का बस इतना ही कसूर है कि सुबह जब मुखिया पति गांव में टहल रहे थे तब विक्षिप्त युवक ने मुखिया पति के सर पर एक थप्पड़ जड़ दिया था, स्थानीय लोगों के अनुसार पीड़ित युवक की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है और वह अंतिम सांसे ले रहा है।
सीतामढ़ी से आदित्यानंद आर्य की रिपोर्ट
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