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खूंटी: पुलिस की मदद करने वाले ग्राम प्रधान की हत्या

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खूंटी: पुलिस की मदद करने वाले ग्राम प्रधान की हत्या

सिटी पोस्ट लाइव, खूंटी : अड़की प्रखंड के अति उग्रवाद प्रभावित कोचांग गांव के ग्रामप्रधान 52 वर्षीय सुखराम मुंडा की शनिवार रात नौ बजे अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। कोचांग वही गांव है जहां पिछले साल पत्थलगड़ी के नाम पर उपद्रव करने वालों ने एक नाटक मंडली की 5 सदस्यों के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था। बताया जाता है कि ग्राम प्रधान सुखराम मुंडा पत्थलगड़ी समर्थकों के साथ पहले जुड़े हुए थे। मगर बाद में कोचांग में पुलिस पिकेट बनवाने में उन्होंने अंदर ही अंदर सहयोग किया था। शनिवार की घटना को इससे जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि पुलिस ने अब तक हत्या की परिस्थितियों या हत्यारों के बारे में आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं कहा है। एसपी आलोक ने कहा कि घटनास्थल सुदूरवर्ती इलाके में होने के कारण अब तक बहुत जानकारी नहीं मिल पाई है।

पुलिस पिकेट बनवाने में की थी मदद

पिछले साल जब कोचांग में पत्थलगड़ी हुई थी,तब ग्रामप्रधान सुखराम मुंडा की महती भूमिका रही थी। पत्थलगड़ी समारोह में सुखराम काफी बढ़चढ़ कर भाग लिया था। उनके खिलाफ इस संबंध में केस भी दर्ज हुआ था। लेकिन बाद में मामला दर्ज होने के बाद वे विवादित पत्थलगड़ी से खुद को दूर कर लिया था। कोचांग गैंग रेप घटना के बाद जब पुलिस वहां पुलिस पिकेट स्थापित करनी चाही तो पुलिस को ग्रामीणों का विरोध का सामना करना पड़ा। ग्रामप्रधान के नेतृत्व में गांव में बैठक भी हुई थी। लेकिन वे चाहकर भी खुलकर विरोध नही कर पाएं। सुखराम मुंडा भी गांव में पुलिस पिकेट स्थापित करने के पक्ष में थे। बाद में उसने पिकेट स्थापित करने में अंदर ही अंदर पुलिस को मदद की थी। तब से वे उस क्षेत्र के विशेष कर अपराधियों के लिए किरकिरी बने हुए थे।

बाइक पर आए हमलावरों ने कोचांग चौक पर गोलियों से किया छलनी
सुखराम मुंडा इलाके में काफी दबंग थे। उनकी पत्नी मुखिया है। घटना कोचांग चौक की है। सुखराम मुंडा रात नौ बजे घर के पास चौक में टहल रहे थे। इसी दौरान दो बाइक पर आए तीन अज्ञात लोगों ने सुखराम मुंडा को लक्ष्य कर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। इस घटना में उसकी मौके पर ही मौत हो गई। अपराधियों ने जहां घटना को अंजाम दिया है उससे आधा किमी की दूरी पर कोचांग पिकेट है। बताया गया कि अपराधी घटना को अंजाम देकर आराम से निकल गए। घटना के बाद पुलिस जवानों ने शव को कब्जे में लिया और पिकेट पर ले आए हैं।

सक्रिय हुए हैं पत्थलगड़ी समर्थक
विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही पूरे क्षेत्र में संविधान विरोधी पत्थलगड़ी समर्थक सक्रिय हुए हैं। कई गांवों को दोबारा प्रभाव में लेने का प्रयास किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार ऐसे में विरोध करने वाले लोगों को पत्थलगड़ी समर्थक या उग्रवादियों द्वारा निशाना बनाया जा सकता है। क्षेत्र में इस हत्या को भी इसी कड़ी से जोड़ा जा रहा है।

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