गुजरात की फैक्ट्री में पहचान छुपाकर काम करता पाया गया झारखंड का इनामी नक्सली
सिटी पोस्ट लाइव, धनबाद: धनबाद और गुजरात पुलिस के सहयोग से पारा टीचर से इनामी नक्सली बने सीताराम मांझी को गुजरात की एक फैक्ट्री से गिरफ्तार किया गया है। यह जानकारी मंगलवार को ग्रामीण एसपी अमन कुमार ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान दी है। ग्रामीण एसपी ने बताया कि सीताराम मांझी नक्सली दस्ते का सदस्य था। उसपर एक लाख रुपए का इनाम भी घोषित है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार नक्सली पहले पारा शिक्षक के पद पर कार्यरत था। इस दौरान वह क्रांतिकारी किसान सभा का सदस्य बना तथा नक्सलियों के लिए खानपान, आवास आदि की व्यवस्था करता था। उसके खिलाफ तोपचांची तथा कतरास पुलिस अंचल के अंगारपथरा में वर्ष 2009 में दो मामले दर्ज हुए थे। अंगारपथरा ओपी क्षेत्र में वर्ष 2009 में हुई राइफल लूटकांड में भी वह संलिप्त था। तोपचांची में नक्सली बंदी के दौरान जीटी रोड में लेदाटांड के पास ट्रक पर फायरिंग करने तथा ट्रक में आग लगाने की घटना में भी वह शामिल था। ग्रामीण एसपी ने बताया कि सीताराम मांझी जब पारा टीचर था, उस समय उसने स्कूल बनाने के लिए दी गई 3.5 लाख रुपए की राशि में से एक बड़ा हिस्सा गबन कर लिया था। सीताराम नेरो टोला, धावाटांड, थाना तोपचांची का रहने वाला है। वह तोपचांची थाना में आर्म्स एक्ट एवं 13 यूएपी एक्ट में वांछित था। एसपी ने बताया कि गिरफ्तारी के डर से वह भागकर गुजरात में छुप गया था जहां एक फैक्ट्री में काम कर रहा था। गुप्त सूचना के आधार पर गुजरात पुलिस के सहयोग से उसे गिरफ्तार किया गया।
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