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टाटा स्टील प्लांट जमशेदपुर पर आतंकी हमले का इनपुट, बढ़ाई गई सुरक्षा

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टाटा स्टील प्लांट जमशेदपुर पर आतंकी हमले का इनपुट, बढ़ाई गई सुरक्षा

सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड की औद्योगिक राजधानी जमशेदपुर स्थित टाटा स्टील के प्लांट पर आतंकी हमले की आशंका के इनपुट के बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सेंटर फॉर एक्सीलेंस सभागार में हुई राउंड टेबल मीटिंग में कंपनी के सिक्योरिटी ऐंड ब्रांड प्रोटेक्शन विभाग के चीफ गोपाल प्रसाद चौधरी ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कंपनी को इंटेलिजेंस एजेंसी से यह इनपुट मिला है। चौधरी ने बताया कि कंपनी की पूरी चाहरदीवारी पर इलेक्ट्रिक फेंसिंग की गई है। दीवार के छूते ही दो सेकेंड में कंट्रोल एरिया को सूचना मिल जाएगी। कंपनी की सुरक्षा में सेंट्रल और स्टेट सिक्योरिटी फोर्सेस को लगाया गया है। गोपाल प्रसाद चौधरी के मुताबिक, आतंकी सरकारी इमारतों की बजाय अर्थव्यवस्था की रीढ़ समझे जाने वाली कंपनियों को निशाना बनाते हैं। उनका इरादा अधिक से अधिक आर्थिक नुकसान पहुंचाने का होता है।

आतंकवादियों की शरणस्थली जमशेदपुरः जमशेदपुर से आतंकी संगठन अल कायदा और आईएसआईएस के आतंकवादियों कटकी और कलीमुद्दीन के तार जुड़े हैं। दो साल पहले काली बाड़ी के पास डस्टबिन में बम विस्फोट हो चुका है।  पिछले महीने 21 सितंबर को टाटानगर रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार अलकायदा आतंकी मौलाना मोहम्मद कलीमुद्दीन मुजाहिरी जमशेदपुर के मानगो थाना क्षेत्र के आजादनगर के मोहम्मद फारुख का बेटा है। उस समय वह स्‍लीपर सेल की सहायता से किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में था। वह झारखंड में स्लीपर सेल तैयार करने के साथ ही जेहाद के लिए युवाओं को तैयार करता रहा है। इससे पहले भी वह युवाओं को पाकिस्तान में चलाये जा रहे आतंकी शिविरों में शामिल होने के लिए भेजता रहा है।

आतंकी नूर मोहम्मद और अब्दुल सामी का कनेक्शनः कोलकाता के अमेरिकन सेंटर पर हमला करने वाला नूर मुहम्मद को भी आजाद नगर से ही गिरफ्तार किया गया था। अलकायदा आतंकी अब्दुल सामी भी यहीं का ही रहने वाला है। वह धतकीडीह के अब्दुल सतार का बेटा है। आतंकी सामी की गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने हरियाणा के मेवात से की थी। सामी ने पुलिस को बताया था कि वह जनवरी 2014 में दुबई होते हुए पाकिस्तान गया था। करांची में कुछ दिन रुकने के बाद मंसेरा में आतंकी प्रशिक्षण लिया और जनवरी 2015 में भारत आया। वह कटक से गिरफ्तार आतंकवादी अब्दुल रहमान उर्फ कटकी के संपर्क में था।

जमशेदपुर का जालिम मो. जीशानः सऊदी अरब में बैठकर भारत में आतंकी संगठन ऑपरेट करने के आरोप में जमशेदपुर के रकिबुल हैदर के पुत्र सैय्यद मोहम्मद जीशान को गिरफ्तार कर भारत लाया गया था। मोहम्मद जीशान का नाम ओडिशा से गिरफ्तार आतंकी मोहम्मद कटकी और दिल्ली के पास से गिरफ्तार आतंकी मोहम्मद सामी से हुई पूछताछ के दौरान आया था। जमशेदपुर पुलिस ने भी कटकी और सामी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। इस सिलसिले में दो अन्य अजहर मसूद और नसीम उर्फ राजू को भी गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में पुलिस को पता चला था कि ओडिशा में कटकी के अलकायदा के शिविर में सामी के भाग लेने और पाकिस्तान जाकर ट्रेनिंग लेने का सारा खर्चा जमशेदपुर के धतकीडीह के मोहम्मद जीशान ने ही उठाया था। सामी और कटकी ने पूछताछ में मानगो के मौलाना कलीमुद्दीन और उसके बेटे हुजैफा का भी नाम लिया था। फिलहाल गिरफ्तार आतंकी कलीमुद्दीन का सहयोगी मोहम्मद अब्दुल रहमान अली खान उर्फ हैदर उर्फ मसूद उर्फ कटकी, जीशान हैदर और अब्दुल समी उर्फ उजैर उर्फ हसन वर्तमान में तिहाड़ जेल (दिल्ली) और अहमद मसूद अकरम उर्फ मसूद उर्फ मोनू और राजू उर्फ नसीम अख्तर जमशेदपुर जेल में बंद हैं।

अलकायदा के खिलाफ दर्ज एफआईआर में है मोहम्मद जीशान का नामः मोहम्मद जीशान का नाम भी जमशेदपुर में अलकायदा के खिलाफ दर्ज एफआईआर में है। बेलडीह काली मंदिर के पीछे डस्टबिन में हुए विस्फोट में जीशान का नाम वित्तीय मदद करने में आया था। जांच के बाद एजेंसियों ने एफआईआर दर्ज की थी। इसमें अब्दुल रहमान कटकी, मोहम्मद सामी, मसूद, राजू, कलीम सहित अन्य नाम भी शामिल हैं। अब्दुल रहमान और जीशान से सम्पर्क रखने वाला मौलाना कलीमुद्दीन इस मामले में फरार है। जीशान की गिरफ्तारी के बाद एटीएस टीम ने जमशेदपुर में उसके पिता रकिबुल हैदर से पूछताछ की थी।

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