बिहार में अब भगवान भी नहीं रहे सुरक्षित, जल गोविंद मंदिर से नौ मूर्तियां चोरी
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में अपराधियों के हौसले इतने मजबूत हो चुकें हैं कि इंसान तो दूर भगवानों को भी नहीं बख्श रहे हैं. लगातार अपराधी अपराध करने से बाज नहीं आ रहे हैं. कभी अपहरण, कभी तस्करी और कभी खून जैसी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. लेकिन इन सब से अलग ये अपराधी भगवानों को भी नहीं बख्श रहे हैं. अबतक बिहार में कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जिनमें भगवान की मूर्तियां चोरी हुई है. मतलब पहले इंसान सुरक्षित नहीं थे अब भगवान भी नहीं रहे.ताजा मामला बाढ़ के जल गोविंद मंदिर का है जहां से चोरों ने दरवाजा तोड़कर नौ अष्टधातु की मूर्तियां चोरी कर ली. जल गोविंद मठ में विराजमान यह मूर्ति सैंकड़ो साल पुराणी थी. जिसकी कीमत आज के समय में करोड़ों की मानी जाती है. इस चोरी की घटना से ना सिर्फ लोगों को भगवान छिन्न जाने का गुस्सा है, बल्कि उनके आस्था को भी धक्का लगा है. जिस कारण गांव वालों ने NH31 को जाम कर खूब हंगामा किया. जब इसकी भनक पुलिस को लगी तो भागे-भागे आए और घटना की पूरी जानकारी ली. गांव वालों को समझा-बुझाकर जाम हटवाया और घटना स्थल पर पहुंच जांच में जुट गए. पुलिस का कहना है कि चोरी की इस वारदात को हम जल्द सुलझा लेंगे और अपराधियों की भी जल्द गिरफ़्तारी की जायेगी.बता दें यह घटना सुबह के समय की गई है. मंदिर के पुजारी ने बताया कि शाम को 6:30 बजे पूजा के समय मूर्ति थी लेकिन जब वह सुबह 5:30 बजे पूजा करने आ रहे थे, तो किसी ग्रामीणों ने बताया की मूर्ति चोरी हो गई है. ग्रामीणों ने थाने में लिखित शिकायत करते हुए आरोप लगाया है कि इस चोरी में मंदिर कमिटी के सचिव एवं अन्य सदस्यों की मिलीभगत शामिल है. वहीं ग्रामीण इस चोरी की घटना से बेहद अचम्भित हैं कि भला कोई गांव के बीचों-बीच बने मंदिर की मूर्ति को कैसे चोरी कर सकता है.
बाढ़ से रवि शंकर की रिपोर्ट
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