फर्जी मुआवजा राशि घोटाले में और दो भेजे गए जेल
सिटी पोस्ट लाइव, पाकुड़ : अमड़ापाड़ा स्थित पचुवाड़ा नाॅर्थ कोल ब्लॉक परियोजना के तहत फर्जी वंशावली के आधार पर मुआवजा राशि घोटाले में पुलिस ने और दो लोगों को गिरफ्तार कर मंगलवार को जेल भेज दिया । उल्लेखनीय है कि इस मामले में पेनम कोल कंपनी के पूर्व अधिकारी जेम्स मुरमू को पुलिस एक माह पूर्व ही जेल भेज चुकी है । उल्लेखनीय है कि पेनम कोल कंपनी द्वारा अधिगृहीत भूमि के एवज में सरकार द्वारा निर्धारित मानदंडों के अनुरूप मुआवजा देने था। इसके तहत जिला प्रशासन ने संबंधित रैयतों से आवश्यक कागजात प्रस्तुत करने को कहा था ,जिसके तहत पेनम कोल कंपनी के पूर्व अधिकारी जेम्स मुरमू ने अमड़ाटोला के शिवलाल किस्कू का फर्जी कागजात तैयार करवा कर बतौर मुआवजा कुल 23 लाख 68 हजार 554 रूपए निकलवा लिया बंदरबांट कर लिया । उल्लेखनीय है कि जेम्स मुरमू ने अमड़ाटोला मौजा के जमाबंदी नंबर 23, जिसका कुल रकबा सात एकड़ है का फर्जी वंशावली के आधार पर बतौर रैयत शिवलाल किस्कू के नाम से मुआवजा राशि निकलवा लिया ।जबकि उक्त जमाबंदी जमीन फौती (रैयत/वारिस विहीन) है । जबकि शिवलाल किस्कू अमड़ाटोला मौजा के जमाबंदी नंबर 23 के खतियानी रैयत बुदराय किस्कू का वारिस है ।उल्लेखनीय है कि उक्त फर्जी वंशावली जेम्स मुरमू ने वर्ष 2012 में अंचल कार्यालय की मिलीभगत से तैयार करवाया था । इस फर्जीवाड़े की लिखित शिकायत अमड़ाटोला के सुरीन किस्कू ने गत सितंबर माह में अमड़ापाड़ा थाना में दर्ज करायी थी । पुलिस ने जांच में शिकायत को सही पाया और थाना कांड संख्या 48/18के आधार पर पेनम कोल कंपनी के पूर्व अधिकारी जेम्स मुरमू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया , जो फिलवक्त जेल में ही है । उधर एसपी शैलेंद्र प्रसाद वर्णवाल के निर्देश पर पुलिस ने मामले की जांच जारी रखी । इसके तहत उक्त फर्जीवाड़े में संलिप्त बरसन किस्कू तथा मिस्त्री किस्कू को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया । आरोप है कि अमड़ापाड़ा स्थित पचुवाड़ा नाॅर्थ तथा सेंट्रल कोल ब्लॉक के लिए अधिगृहीत भूमि के एवज में दिए गए मुआवजों की ईमानदारी से जांच करायी जाए तो और भी कई चौंकाने वाले तथ्यों के खुलासे हो सकते हैं । इसमें अमड़ापाड़ा के तत्कालीन अंचलाधिकारी, कर्मचारी सहित कई लोगों की संलिप्तता भी उजागर हो जाएगी ।
Comments are closed.