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भाकपा माओवादियों का गुरिल्ला आर्मी दस्ता झारखंड में वर्चस्व बनाने में जुटा

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भाकपा माओवादियों का गुरिल्ला आर्मी दस्ता झारखंड में वर्चस्व बनाने में जुटा

सिटी पोस्ट लाइव, रांची: प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी का पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी दस्ता झारखंड में अपना वर्चस्व बनाने में जुट गया है। इसी के तहत गुरिल्ला आर्मी दस्ता हिंसक वारदातों को अंजाम दे रहा है। सूत्रों के अनुसार नक्सलियों का पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी झारखंड में फिर से दहशत फैलाकर अपनी वर्चस्व स्थापित करने में लगा है। गुरिल्ला दस्ते में शामिल नक्सली अत्याधुनिक हथियारों से लैस हैं । सभी नक्सलियों को गुरिल्ला ट्रेनिंग दी गई है। नक्सली कमांडर महाराज प्रमाणिक, अमित मुंडा और वीरेन उर्फ सागर गुरिल्ला आर्मी दस्ता की कमान संभाल रहे हैं। हाल ही में खरसावां की कुचाई, खरसावां थाना से आठ किलोमीटर दूर आईईडी विस्फोट के बाद बीते रविवार को दुमका के कठलिया गांव में पुलिस पर फायरिंग की घटनाओं को नक्सलियों के इसी गुरिल्ला दस्ते ने अंजाम दिया था। दस्ते का सूचना तंत्र काफी मजबूत है और उसे पुलिस मूवमेंट की हर गतिविधि की भी जानकारी मिलती रहती है। यही वजह है कि दस्ता विस्फोट के बाद तुरंत पुलिस वालों पर फायरिंग कर ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचा रहा है। सारंडा इलाके में नक्सलियों के खिलाफ पुलिस का लगातार चलाये गए अभियान के बाद नक्सलियों ने अपना ठिकाना बदल दिया है। नक्सलियों ने कुचाई इलाका को अपना नया सेफ जोन बनाया है। जहां से खूंटी से लेकर नीमडीह और दलमा से होते हुए पश्चिम बंगाल तक आसानी से मूवमेंट हो सकता है। कुचाई की घटना के बाद पुलिस और सीआरपीएफ ने दलमा में भी घेराबंदी कर रखी है। उल्लेखनीय है कि नक्सलियों का सबसे सेफ जोन बूढ़ा पहाड़ माना जाता है। लेकिन इस इलाके में पुलिस की कार्रवाई से बड़े नक्सलियों ने अपना क्षेत्र बदल लिया है। पिछले दिनों भाकपा माओवादी सुप्रीमो नंबला केशव राव उर्फ वासवराज झारखंड आया था। उसने संगठन को मजबूत बनाने के लिए सरायकेला खरसावां में नक्सली शिविर में बैठक की थी। इसी बैठक में नक्सली अपने खोये हुए वजूद बचाने के लिए हमले की रूपरेखा तैयार की थी। वासवराज ने उसी बैठक में पति राम मांझी उर्फ अनल को एक इकाई की कमान सौंपी थी। मिलिट्री कमिशन में अनल को प्रमोशन दिया था।

नक्सलियों के सफाये तक चलेगा अभियान
एडीजी अभियान मुरारी लाल मीणा ने बुधवार को बताया कि राज्य में नक्सली अंतिम सांसें ले रहे हैं ।नक्सली डर गए हैं और पूरी तरह से हतोत्साहित हैं। इसलिए ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। इससे पुलिस का मनोबल कहीं से कम होने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि नक्सलियों के सफाए तक अभियान जारी रहेगा।
पुलिस नक्सलियों के सफाये के लिए चला रही है लगातार अभियान 
झारखंड पुलिस नक्सलियों के खिलाफ लगातार योजना के तहत अभियान चला रही है।आर्थिक रूप से ध्वस्त करने के लिए नक्सलियों की संपत्ति जब्त की जा रही है। लेवी देने वालों पर भी तेजी से कार्रवाई की जा रही है। पुलिस आंकड़ों के अनुसार नक्सल जिलों में कमी आ रही है। नक्सलियों की पकड़ कमजोर हुई है। इसके अलावा शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न होने से भी नक्सली बौखला गए है। इसी वजह से वह अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए एक के बाद एक हिंसक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। झारखंड- छत्तीसगढ़ बॉर्डर से सटे लातेहार के बूढ़ा पहाड़, गढ़वा, चतरा और गुमला को नशा मुक्त करने के लिए पुलिस प्राथमिकता के आधार पर लगातार अभियान चला रही है, तो दूसरी और अपनी उपस्थिति का एहसास कराने के लिए नक्सली अब दुमका, सरायकेला -खरसावां, साहेबगंज इलाके में हिंसक वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। सरायकेला खरसावां के बाद दुमका में पुलिस जवानों पर हमला कर नक्सलियों ने अपनी मौजूदगी का एहसास करा दिया है।

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